मोहन चरण माझी बने ओडिशा के नये CM : 13 मंत्रियों ने भी ली शपथ, PM मोदी समेत बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री रहे मौजूद
NEWS DESK :ओडिशा में बीजेपी राज स्थापित हो गया है। जी हां, बुधवार की शाम 52 साल के मोहन चरण माझी ने ओडिशा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके शपथ लेने के साथ ही बीजेपी का सालों पुराना सपना पूरा हो गया। वे ओडिशा के 15वें और बीजेपी के पहले मुख्यमंत्री बने।
CM माझी के साथ 13 मंत्रियों ने ली शपथ
सीएम मोहन चरण माझी के साथ दो डिप्टी CM कनकवर्धन सिंहदेव (67) और प्रभाती परिदा (57) ने भी शपथ ली। माझी मंत्रिमंडल में 13 मंत्रियों ने भी शपथ ली। इनमें सुरेश पुजारी, रबिनारायण नाइक, नित्यानंद गोंड, कृष्ण चंद्र पात्रा, पृथ्वीराज हरिचंदन, मुकेश महालिंग, बिभूति भूषण जेना, कृष्ण चंद्र महापात्रा, गणेश राम सिंह खुंटिया, सूर्यवंशी सूरज, प्रदीप बालसामंता, गोकुला नंद मल्लिक और संपद कुमार स्वैन शामिल हैं।
पीएम मोदी समेत ये गणमान्य भी रहे मौजूद
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, अमित शाह के अलावा उत्तर प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, असम, हरियाणा, गोवा और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे। मोहन चरण माझी की गिनती तेजतर्रार आदिवासी नेताओं में होती है। वे सियासी गलियारे में तब सुर्खियों में आए, जब उन्होंने ओडिशा विधानसभा अध्यक्ष के ऊपर दाल फेंक दी थी। वे चार बार विधायक चुने गये हैं। उन्हें आक्रामक तेवरों के लिए जाना जाता है।
संघ में है मजबूत पकड़
सियासी गलियारे में इस बात की खूब चर्चा है कि मोहन चरण माझी की संघ में मजबूत पकड़ है। इन्हें बीजेपी का समर्पित कार्यकर्ता माना जाता है। सरपंच से अपने सियासी सफर की शुरुआत करने वाले मोहन चरण माझी जब पहली बार विधायक बने थे, तब नवीन पटनायक पहली बार ओडिशा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे।
संगठन में काम करने का है शानदार अनुभव
कहा जाता है कि मोहन चरण माझी को संगठन में काम करने का अच्छा-खासा अनुभव भी है। आदिवासी बहुल इस राज्य में बीजेपी ने आदिवासी चेहरे पर ही अपना दांव खेला है। ओडिशा की 4 करोड़ से अधिक की आबादी में आदिवासियों की जनसंख्या एक करोड़ के आस-पास मानी जाती है। करीब 30 से 35 सीटों पर यहां आदिवासियों का वर्चस्व है।