भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा MMCH अस्पताल : उद्घाटन का एक साल भी नहीं हुआ, छत से बहने लगा पानी

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 MMCH hospital becomes victim of corruption  MMCH hospital becomes victim of corruption

पलामू : 36.38 करोड़ रुपये की लागत से बने 100 बेड वाले MMCH अस्पताल की छत से बारिश का पानी तेज गति से बहने लगा है। यह स्थिति अस्पताल के निर्माण की गुणवत्ता पर बड़े सवाल खड़े करती है और भ्रष्टाचार की संलिप्तता की आशंका को जन्म देती है। आपको बता दे कि आज बारिश हुई है उसी दौरान अस्पताल की छत से पानी तेजी से गिरने लगा, जिससे मरीजों और स्वास्थ्यकर्मियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तेज गति से बारिश का पानी गिरने से अस्पताल में इलाज कराने आये मरीजों के बीच कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। सीढ़ी के पास ही पानी गिरने के कारण नीचे के फ्लोर वाले मरीज न ऊपर जा पा रहे थे और नही ऊपर भर्ती मरीज नीचे आ पा रहे थे। जहाँ से पानी गिर रही थी वहां ऊपर छत का फॉल्स शिलिंग भी टूटकर लटक गया है जो कभी भी गिर सकता है और बड़ी घटना घट सकती है। यह मामला निर्माण में कथित भ्रष्टाचार और मानक से समझौते का संकेत हो सकता है।

मुख्यमंत्री ने किया था उद्घाटन

आपको बता दे कि बिल्डिंग का उद्घाटन 4 नवंबर 2022 को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री, सांसद और विधायक ने किया था. मगर उद्घाटन के लगभग एक से डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी अस्पताल में फर्नीचर, लाइटिंग समेत कई काम अधूरा थे, इस वजह से भवन हैंडओवर नहीं हुआ था. भवन हैंडओवर होने के बाद वर्ष 2024 के जनवरी माह 36.38 करोड़ रुपये की लागत से बने 100 बेड वाले एमएमसीएच अस्पताल का उद्घाटन पलामू उपायुक्त ने किया था। तब यहां अस्पताल में इलाज शुरू है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह उठता है किं उद्घाटन के एक वर्ष भी नही हुए है इस अस्पताल को और छत की सीलिंग गिरकर लटकने लगी और बरसात की पहली बारिस में ही पानी तेज गति से बहने लगी। आखिर क्या जांचकर अस्पताल प्रशासन ने ठीकेदार से हैंडओवर लिया था। या इस भ्रष्टाचार में कही अस्पताल प्रबंधकों का भी हिस्सा तो नही था..? सवाल तो बहुत है\

क्या कहते है सिविल सर्जन ?

इन मामले को लेकर जब पलामू सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार सिंह से बात हुई तो उन्होंने कहा कि इस बिल्डिंग को हैंडओवर लेने से पहले चार बार छत का रिपेयर हुआ है। सीएस ने कहा कि जब ठीकेदार से इस बिल्डिंग का हैंडओवर ले रहा था तब भी बरसात थी और छत से पानी टपक रहा था। तब उसे रिपेयर करवाया गया था।

पलामू से नितेश तिवारी की रिपोर्ट