यूपी में योगी को घेरने में जुटा जेडीयू : मंत्री व जेडीयू नेता श्रवण कुमार ने यूपी के सीतापुर में लगाई दहाड़, सैकड़ों लोग पार्टी में हुई शामिल, नीतीश मॉडल को बताया देश की जरूरत


Desk: ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, सह- जनता दल(यू) प्रभारी उत्तर प्रदेश ने उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिला में जद(यू) कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में भाग लिया तथा वहाँ लगभग एक सौ से अधिक लोगों ने नीतीश कुमार में आस्था व्यक्त करते हुए जनता दल(यू) की सदस्यता ग्रहण की।
श्रवण कुमार, मंत्री ने कार्यकर्ताओं के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राज्य में चलाये जा रहे कार्यक्रमों एवं विकास योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि आज बिहार मॉडल/नीतीश मॉडल सर्वग्राह्य हो गया है। हम एक ओर जब उत्तर प्रदेश में सड़क, बिजली एवं स्वास्थ्य की स्थिति को देखते हैं, तो ऐसा लगता है कि जिस उत्तर प्रदेश ने देश को सात-सात प्रधानमंत्री दिये उस प्रदेश की आज भी कैसी स्थिति है। आजादी के बाद देश को सर्वाधिक नेतृत्व करने का अवसर जिस उत्तर प्रदेश को मिला उस अनुपात में जिनती प्रगति उत्तर प्रदेश की होनी चाहिए वह हमें कहीं देखने को नहीं मिलती है। यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। आज यदि हम बिहार की सड़कों को देखें तो उसकी तुलना में उत्तर प्रदेश की सड़क निम्न स्तर की प्रतीत होती है।
मंत्री ने बिहार सरकार की एक-एक विकासोन्मुखी कार्यक्रमों की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार देश का प्रथम ऐसा राज्य है जहाँ घर-घर बिजली की सुविधा उपलब्ध करा दी गयी है। उत्तर प्रदेश तथा गुजरात की तुलना में हम अधिक महंगी बिजली खरीदते हैं, तथा जनता को वित्तीय बोझ नहीं पड़े इसको ध्यान में रखते हुए अनुदान देकर हम उन्हें कम कीमत पर बिजली उपलब्ध कराते हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा की बिहार की सरकार 5.82 रूपया प्रति यूनिट बिजली खरीदती है और मात्र .75 पैसे प्रति यूनिट बिजली किसानों को उपलब्ध कराती है। उत्तर प्रदेश में तो डबल इंजन की सरकार है फिर भी यहाँ बिजली की दयनीय स्थिति है। घर-घर बिजली पहुँचाने के बाद अब हम हर खेतों तक बिजली पहुँचाने की योजना पर काम कर रहे हैं।
सात निश्चय योजना की शुरूआत बिहार में वर्ष 2015-16 में शुरू की गई थी प्रारंभ में हमने इन सारी योजनाओं की शुरूआत उन क्षेत्रों से की जहाँ दलित समाज की बहुलता थी। यह योजना पाँच वर्षों तक चलायी गई और वर्ष 2020 तक हमने हर घर में बिजली, हर गली में सड़क एवं नाली तथा घर-घर शौचालय का निर्माण करा दिया । हर घर-नल का जल योजना के तहत वर्ष 2020 तक बिहार के प्रत्येक गाँव में 97 से 98 प्रतिशत तक नल का जल पहुँचाया जा चुका है। पहले जहाँ अधिकांश लोग कुआँ, तालाब, नदी, चापाकल से प्रदूषित पानी पीने को मजबूर थे अब उन्हें स्वच्छ जल प्राप्त हो रहा है।
बिहार में पूर्ण शराबबंदी की चर्चा करते हुए मंत्री ने कहा कि वर्ष 2016 से बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है । शराबबंदी से होने वाले लाभ के बारे में माननीय मंत्री ने बताया की एक सर्वे के मुताबिक बिहार में महिला हिंसा में 12 प्रतिशत की कमी आयी है। दूध पीने वालों की संख्या बढ़ी है। दूध की बिक्री में 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। मिठाई की बिक्री 16 प्रतिशत तक बढ़ गई है। महिलाओं द्वारा रोजगार हेतु सिलाई मशीन खरीदने से 19 प्रतिशत सिलाई मशीन की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है। रेडिमेड कपड़े की बिक्री में 44 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सबसे महत्वपूर्ण एवं सुखद बात यह है कि 18 वर्ष से 25 वर्ष तक के आयु वर्ग के नौजवानों द्वारा दुपहिया वाहन चलाने के क्रम में होने वाली दुर्घटना में 55 प्रतिशत की कमी आयी है। शराबबंदी के पक्ष में बिहार के लगभग 5 करोड़ लोगों ने एक साथ 18 हजार किलो मीटर में खड़े होकर मानव श्रृंखला बनायी ।
बालिका एवं बालक को सरकार द्वारा दी जाने वाली साईकिल योजना के संबंध में मंत्री ने बताया की आज लगभग 19 लाख लड़का एवं लड़की साईकिल योजना का लाभ ले रहे हैं। वे जब एक प्रकार के पोशाक में और एक प्रकार की साईकिल से विद्यालय जाते एवं आते हैं तो वहाँ सारा भेद-भाव समाप्त हो जाता है।
बिहार मॉडल से हुई प्रगति से समाज में भाईचारा,मिल्लत एवं प्रेम बढ़ा है जबकि उत्तर प्रदेश में नफरत का माहौल है। यहाँ तो जाति,धर्म एवं मजहब के आधार पर भेद-भाव किया जाता है। अब उत्तर प्रदेश के लोगों का यह सोचना है कि नीतीश कुमार के हाथ को मजबूत कर नीतीश मॉडल को उत्तर प्रदेश में लागू करावें तथा वर्तमान व्यवस्था को उखाड़ फेंके।
इस अवसर पर बी.एल.वर्मा, शालिनी पटेल, भईया हरिशंकर, मोहन राजभर, ओम प्रकाश वर्मा, सुशील पटेल, देश राज वर्मा एवं अन्य कई गणमान्य उपस्थित थे।