लोबिन हेम्ब्रम ने राजमहल से किया पर्चा दाखिल : कहा, झामुमो प्रत्याशी विजय हांसदा ने क्षेत्र के लोगों के साथ किया सौतेला व्यवहार
साहेबगंज :आगामी चुनाव को लेकर बोरियो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मंगलवार को राजमहल(अ0ज0जा0) लोकसभा संसदीय क्षेत्र से निर्वाची पदाधिकारी हेमंत सती के समक्ष अपना नामांकन किया.
सातवें एवं अंतिम चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव-2024 के तहत मंगलवार 7 मई को अधिसूचना जारी हो गई. इसके बाद लोबिन हेंब्रम के समर्थकों ने 12500 रुपये में नाजिर रसीद खरीदी. फिर लोबिन हेंब्रम अपने समर्थकों के साथ साक्षरता चौक पहुंचे जहां उन्होंने समर्थकों को संबोधित किया. इसके बाद रैली की शक्ल में पुलिस लाइन पहुंचे. जहां आरओ कक्ष से 200 मीटर की दूरी पर स्थित बैरिकेडिंग के पास प्रतिनियुक्ति दंडाधिकारी ने सभी को रोक दिया. वहां से निर्वाची पदाधिकारी के कक्ष तक प्रस्तावक व समर्थक सहित पांच लोग गए.
14 तक होगा नामांकन
नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही 14 मई तक नामांकन फाइल किया जा सकेगा. 15 मई को स्क्रूटनी होगी तथा नाम वापसी की तिथि 17 मई है. 01 जून को वोटिंग और 04 जून को मतगणना होगी. राजमहल लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुल 1702033 मतदाता हैं. साहेबगंज जिला में कुल मतदाता की संख्या 860854 है. इसमें पुरुष की संख्या 433755 व महिला 427094 एवं थर्ड जेंडर की संख्या 05 है. पाकुड़ ज़िला अंतर्गत कुल मतदाता की संख्या 841179 है. जिनमें पुरुषों की संख्या 416158 व महिला की संख्या 425019 व थर्ड जेंडर की संख्या 02 है.
नामांकन दाखिल करने के बाद लोबिन हेम्ब्रम ने जिरवाबाड़ी थाना क्षेत्र के कृषि विभाग परिसर में विशाल जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान लगभग 10 से 12 हजार की संख्या में दूरदराज के इलाकों से आए उनके समर्थकों ने लोबिन हेम्ब्रम जिंदाबाद का नारा लगाया और उनके संबोधन सुनकर ढोल व नगाड़ा बजाकर उनका समर्थन किया.
लोबिन हेंब्रम ने जनसभा को संबोधित करते हुए वर्तमान सांसद सह झामुमो के प्रत्याशी विजय कुमार हांसदा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि विजय हांसदा लोबिन हेम्ब्रम को वोट कटवा कहता है. वो तो नोट गिनवा है. पिछले 10 सालों में क्षेत्र के विकास के लिए उसने कभी भी नहीं सोचा. सिर्फ अपने लोगों के लिए ठीकेदारी के बारे में सोचा. जिसमें वो खुद मिले हुए हैं. उन्होंने कहा कि विजय हांसदा ने यहां के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया है. यही वजह है कि लोग उन्हें अब नकार रहे हैं और क्षेत्र के मतदाताओं ने अब ऐसे सांसद को बदलने का पूरा मन बना लिया है. इसका परिणाम 4 जून को देखने को मिलेगा.