लेफ्टिनेंट बन कटिहार पहुंचा ट्रक ड्राइवर का बेटा : घर लौटने पर सभी ने किया जोरदार स्वागत, महिलाओं ने भांगरा कर मनाया जश्न
कटिहार : ट्रक चलाने वाले का बेटा लेफ्टिनेंट बना है,कटिहार के बरारी प्रखंड के लक्ष्मीपुर गांव निवासी ट्रक ड्राइवर समरेंद्र सिंह बंटी का बेटा सुखविंदर सिंह के लेफ्टिनेंट बनने से बरारी सहित पूरे कटिहार जिले में खुशी का लहर व्याप्त हो गया है। लेफ्टिनेंट बनने के बाद वो अपने घर कैपिटल ट्रेन से जैसे ही लेफ्टिनेंट सुखविंदर सिंह अपने माता पिता के साथ काढ़ागोला रेलवे स्टेशन उतरे तो लक्ष्मीपुर बरारी के लोगों ने ढोल नगाड़ों के साथ लेफ्टिनेंट को फूल माला पहनाकर भव्य स्वागत किया। इस दौरान सरदार नगर के महिलाओं ने भांगरा डांस कर जश्न मनाया।
स्टेशन पहुंचते ही लेफ्टिनेंट काढ़ागोला रेलवे स्टेशन परिसर अवस्थित दुर्गा मंदिर में माथा टेककर मां दुर्गा से आर्शीवाद प्राप्त किया। उसके बाद लक्ष्मीपुर स्थित गुरुतेग बहादुर ऐतिहासिक गुरुद्वारा लक्ष्मीपुर पहुँचकर गुरु के सामने शीश नवाये इस दौरान गुरुद्वारा के हेड ग्रंथि के द्वारा अरदास किया गया।उसके बाद लेफ्टिनेंट सुखविंदर सिंह अपने निजी आवास पहुँचे जहां की सुबह से ही काफी संख्या में स्थानीय लोग लेफ्टिनेंट के एक झलक पाने के लिए बेताब दिखे।लोगों ने इस दौरान लेफ्टिनेंट को फूल माला पहनाकर एवं मिठाई खिलाकर आपस में खुशी का इजहार किया। इस दौरान लोगो मे काफी हर्ष दिखा।
इस दौरान मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने कहा कि सुखविंदर ने अपने गांव का नाम रौशन किया है,पढ़ रहे विद्यार्थियों को इनसे सीख लेनी चाहिए। मौके पर मौजूद बरारी नगर पंचायत के उप मुख्य पार्षद अमन कुमार निषाद ने भी लेफ्टिनेंट को फूलमाला व मिठाई खिलाकर आर्शीवाद दिया.और कहा कि लेफ्टिनेंट बनने से इलाके का मान और सम्मान बड़ा है और जिले का भी नाम रौशन हुआ है और ये युवाओं के लिए एक प्रेरणा है।
लेफ्टिनेंट सुखविंदर के चाचा सरदार बीरेंद्र सिंह बॉबी ने कहा कि बहुत ही गर्व महसूस हो रहा है कि उत्तरी बिहार से इकलौता लेफ्टिनेंट का चयन हुआ है।माता-पिता के कड़ी मेहनत को मैं सलाम करता हूँ और इनके उज्वल भविष्य की कामना करता हूं। मौके पर लेफ्टिनेंट के बड़े चाचा राजद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष अमरेंद्र सिंह संजू एवं प्रखंड उप प्रमुख रैनी कौर ने भावुक होते हुए कहा कि सुखविंदर के पिता के कड़ी मेहनत के बदौलत आज यह सुखद क्षण आया है और हम सभी परिवार को सुखविंदर ने लेफ्टिनेंट बनकर गौरवान्वित किया है। हर बच्चे को ऐसे महत्वाकांक्षी व मेहनती पिता मिले ताकि अपने बच्चे को पढा-लिखाकर अफसर बना सकें।
वहीँ लेफ्टिनेंट बनकर पहली बार घर पहुंचे सुखविंदर सिंह ने कहा कि घर मे जब बेटे का जन्म होता तो उसमें माता पिता की कई खुशियां और कई सपने उनके साथ सम्मिलित होती हैं। इस मुक़ाम तक पहुंचने का श्रेय माता,पिता और बड़ी बहन को देता हूं,जो हमेशा मेरे पीछे खड़े रहे जब में सैनिक स्कूल में पढ़ाई कर रहा था और उसके बाद ट्रेनिंग में गया और मउ में था तब भी मेरा हौशला बढ़ाया और आज में इस मुकाम पर पहुंचा हूँ,मेरा सपना था कि लोग मेरे माता पिता को सम्मान दे और आज लौटा हूं तो सभी ने मेरे माता पिता को सम्मानित किया जिससे काफी सुखद अहसास हुआ। युवाओं को लेकर उन्होंने कहा कि जो भी युवा पढ़ाई कर रहे है मन लगाकर पढ़ाई करें और हमेशा पॉजिटिव सोच रखे मंजिल आसानी से मिलेगी।