कांवरियों की सेवा से बड़ा और कुछ नहीं : एक पुलिस पदाधिकारी पिछले 10 वर्षों से नि:स्वार्थ भाव से कर रहे कांवरियों की सेवा
देवघर : किसी की सेवा करना पुण्य कहलाता है. अगर वह सेवा भगवान शिव के भक्ति की हो, तो इससे बड़ी सेवा और कुछ नहीं है. एक पुलिस पदाधिकारी पिछले 10 साल से श्रावणी मेला के दौरान सेवा के भाव से कांवरिया पथ पर कांवरियों की सेवा करते आ रहे हैं.
बाबा नगरी देवघर में सोमवार यानि 22 जुलाई से श्रावणी मेला लग गया है. मेला में शिव के भक्त कांवरिया रूप में सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर 105 किलोमीटर की दूरी कठिन यात्रा कर बाबा को जल अर्पण करते हैं. यात्रा के दौरान कई ऐसे कांवरिया होते हैं जिन्हें चिकित्सा, पेयजल, शरबत, फलाहारी की आवश्यकता पड़ती है. ऐसे में सैकड़ो की संख्या में कांवरिया पथ पर सेवा शिविर लगाया जाता है. इस शिविर में जहां सरकार की ओर से व्यवस्था होती है. वहीं दूसरी ओर समाजसेवी संस्थान, राजनीतिक दल एवं संघ से भी संस्थान द्वारा भी कांवरियों की सेवा में शिविर लगाया जाता है. इस शिविर के माध्यम से कांवरियों को उनके जरूरत के हिसाब से सेवा दी जाती है.
वहीं पिछले 10 वर्षों से बिहार पुलिस में कार्यरत एक दरोगा मृत्युंजय कुमार पंडित नि:स्वार्थ भाव से कांवरियों की सेवा कर रहे हैं. ये पुलिसकर्मी प्रजापति सेवा शिविर के जरिए नि:शुल्क सेवा कांवरियों को कर रहे हैं. ये शुरुआत में अकेले सेवा कर रहे थे. लेकिन उनकी सेवा को देखकर लोग जुड़ते गए और एक संस्थान बन गया. बड़ी संख्या में लोग आज से अंतिम सोमवारी तक इसी तरह कांवरियों की सेवा करते रहेंगे.