कैमूर में तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर साधा निशाना : कहा-भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी, लेकिन अभी भी बने हुए हैं पिछलग्गू
कैमूर: बिहार के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मंगलवार को कैमूर पहुंचे. कैमूर में उन्होंने बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला.
तेजस्वी यादव ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है. दूल्हा कोई नहीं है ना चेहरा है, अभी भी पिछलग्गू बने हुए हैं.
उन्होंने कहा किEWSका हमलोगों ने विरोध नहीं किया था. उस समय भी हमलोगों ने एक चीज मांगा था किEWSमें जो भी गरीब लोग हैं. उन लोगों के लिए भी एक कोटा होना चाहिए और दूसरी जहां तक बात है हमलोगों नेEWSको नहीं हटाया. हम लोगों ने75%आरक्षण जो लागू किया इसमें65%हम लोगों ने बढ़ाया औरEWS 10%यानी टोटल75%.
बिहार में सरकार है कहां?उनसे पूछिए अगर नेता विरोधी दल चिट्ठी लिखे तो सरकार को जवाब तो देना चाहिए.कहां गई सरकार किसका जवाब देंगे?कौन क्या कह रहा है.मंत्री लोगों का कोई वैल्यू है नीतीश जी के राज में
तेजस्वी यादव ने बिना नाम रखे प्रशांत किशोर पर हमला बोला. गांधी मैदान में उनके धरना पर कहा कि मामला जब तुल पकड़ने लगा तो कुछ लोग आए. उसमें एक एक्टर हैं. एक डायरेक्ट हैं. एक प्रोड्यूसर हैं और एक वैनिटी वैन हैं. फिल्म दिखाया जा रहा है. चल रहा है. हम इन सब चीजों पर ज्यादा टीका टिप्पणी नहीं करते.
अब तो परीक्षा हो गया. इस आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया गया. डायवर्ट किया गया. हम किसी पर टीका टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं. लेकिन यह आंदोलन की शुरुआत आप लोगों को पता होना चाहिए कि कहां से हुई थी. यह स्वत: छात्रों ने आंदोलन शुरू किया था. प्रेस कॉन्फ्रेंस मेंBPSCके लोगों ने नॉर्मलाइजेशन की बात की थी और लोग कंफ्यूज थे स्पष्ट नहीं था.BPSCका स्टैंड इस नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ छात्रों ने सबसे पहले आवाज उठाया. जब छात्र नॉर्मलाइजेशन को लेकर सवाल उठा रहे थे तो लोग कहां थे. कहां गए थे हम लोग28नवंबर को विधानसभा में हम लोगों ने इस बात को उठाया था. लोगों ने वीडियो कॉल पर बुलाया. हम कटिहार में थे. हम कटिहार से आए. क्योंकि छात्र नहीं चाहते थे कि इसका राजनीतिकरण हो. कोई पॉलीटिकल माइलेज ले पॉलीटिकल लाइफ नहीं होने दिया. इसलिए हमने इसको पॉलीटिकलाइज नहीं होने दिया. हम भी चाहते तो अपने लाखों लोगों को बुलाकर बैठ जाते लेकिन मामला कुछ और होता.
तेजस्वी यादव ने कहा कि जब चुनाव खत्म हो जाता है तो सबसे ज्यादा वोट बिहार से मिलता है. तीन बार से सीटें एनडीए को जाता रहता है. बिहार से एमपी का कितने केंद्रीय मंत्री हैं. बिहार में उनका काम गिना दो. उन्होंने बिहार के लिए क्या किया. शायद बिहार के लोगों को पता भी नहीं होगा. कितने केंद्रीय मंत्री हैं या फिर यहां भी जो मंत्री हैं उनका भी पता नहीं होगा कौन से मंत्री हैं. ये हालात है. पूरी तरह से जो सिस्टम है यहां अफसर शाही काबिज हो गया है. मुख्यमंत्री जी टायर्ड हो चुके हैं और रिटायर्ड अधिकारियों के साथ वह सरकार चला रहे हैं.
अब बिहार के लोगों का भरोसा इन पर से उठ गया है. मुख्यमंत्री जी कोई निर्णय लेने लायक नहीं रह गए हैं तो हमलोग जगह जा रहे हैं और यात्रा कर रहे हैं. लोगों से मुलाकात होगी.
किसी भी गंभीर से गंभीर विषय पर मुख्यमंत्री जी बोलते नहीं हैं या बोलने नहीं दिया जा रहा है. हमारे साथ थे तो खूब बतियाते थे. मीडिया से इंटरैक्ट करते थे. आज क्या परिस्थिति बन गई की मुख्यमंत्री को हाईजैक कर लिया गया. यात्रा पर वह निकले हैं किससे संवाद कर रहे हैं किससे बात कर रहे हैं वो जो अधिकारी ट्रेंड किए हुए हैं. उन्हीं लोगों के साथ जो पटना में सिस्टम बैठता है. वही सिस्टम घूम रहा है.