JHARKHAND NEWS : झारखंड राज्य आवास बोर्ड नोटिस जारी करने में अव्वल, कार्रवाई के नाम पर फुस


RANCHI : झारखंड राज्य अवास बोर्ड का नाम जितना बड़ा है, उससे बड़ा कर्रवाई भी करता है. लेकिन कसक सिर्फ इस बात की है कि इस संस्था की कार्रवाई सिर्फ कागजो पर सीमित रहती है या सिर्फ सुर्खिया बटोरने के लिए आवास बोर्ड कुछ घरो के नोटिस जारी कर देता है. सबसे अधिक राज्य आवास बोर्ड तब चर्चा में आया था जब बोर्ड की तरफ से भाजपा कार्यालय सहित 400 से अधिक आवास को नोटिस जारी किया था, लेकिन उसपर कार्रवाई क्या हुई जानकारी इकठ्ठा करना बहुत मुश्किल है. इसके पिछे का मुख्य करण सिर्फ एक है. वह अधिकारियो और बाबुओ को समय से चढ़ावा पहुंच जाना माना जाए है.
आवासीय परिसर का हो रहा व्यवसायीक उपयोग
झारखंड राज्य आवास बोर्ड के अधिकतर आवासीय परिसर का व्यवसायीक उपयोग धड़ले से हो रहा है लेकिन उससे देखने वाला कोई नजर नहीं आ है. सिर्फ नोटिस जारी कर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ती कर दी जाती है और जिनके माकानो के खिलाफ आवास बोर्ड नेटिस जारी होता है, आखिर वह लोग कहा जाते है जिससे कि कार्रवाई से बच जाते है, यह एक बड़ा सवाल आवास बोर्ड कि कार्यशैली पर खड़ा करता है.
आवास बोर्ड की कार्रवाई का इंतजार
झारखंड राज्य आवास बोर्ड का कार्यालय हरमू में ही है. हरमू में बोर्ड की जमीन पर सैकड़ों बहुमंजीली इमारतें बन गई. बड़े-बड़े शोरुम चल रहे हैं. सालों से सियासी दलों के दपत्तर चल रहे हैं. लेकिन बोर्ड के अधिकारियों को नजर नहीं पड़ी. आखिरी क्यों? क्या बोर्ड के अधिकारी आंखों में पट्टी बांधे हुए थे. क्या उन्हें दिखाई नहीं दे रही थी? जिस रास्ते से वो दफ्तर जा रहे हैं वहां शोरुम कैसे चल रही है. बोर्ड क्या वाकई नींद से जाग गई है या सिर्फ सियासी स्टंट खेल रही है. क्योंकि इससे पहले भी कई बार बोर्ड ने नोटिस भेजा लेकिन क्या कार्रवाई हुई आजतक, इसका पता नहीं चला.
(रांची से संवाददाता राहुल कुमार की रिपोर्ट)