Jharkhand Politics मझगांव विधानसभा : निरल पूर्ति की होगी हैट्रिक जीत या लगेगा ब्रेक, कौन रोकेगा चुनावी रथ, भाजपा से बड़कुवर या किसे मिलेगा टिकट
झामुमो से निरल पूर्ति, भाजपा से बड़कुवर गागराई, मधुकोड़ा, जेबी तुबिद , भूषण पाठ पिंगूवा किस मिलेगा टिकट?
चाईबासा: मझगांव विधानसभा से लगातार दूसरी बार निरल पूर्ति ने चुनाव जीता है। भाजपा को विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा था। बीते चुनाव में टिकट बंटवारे में गुटबाजी और भाजपा के शीर्ष नेताओं में आपसी अंतर कलह के कारण कोल्हान और जिले की राजनीति में इसका भारी असर पड़ा। भाजपा ने पूर्व मंत्री और मझगांव से दो बार विधायक रहे बडकुंवर गागराई का टिकट काट दिया और आदिवासी समाज और आदिवासी महासभा से जुड़े वाले भूषण पाठ पिंगुवा को टिकट दिया। मझगाव से भाजपा के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री रहे बड़कुवर गागराई ने टिकट कटने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लडा। चुनाव में बडकुंवर और भाजपा की करारी हार हुई।
अर्जुन मुंडा और बड़कुवर गागराई मधु कोड़ा के घोर विरोधी रहे हैं
कहा जाता है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और झारखंड के मुख्यमंत्री रहे अर्जुन मुंडा के बड़कुवर गागराई काफी करीबी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और रघुवर दास से अर्जुन मुंडा का 36 का आंकड़ा रहा है, जो जगजाहिर है। अर्जुन मुंडा और बड़कुवर गागराई पूर्व में मधु कोड़ा के घोर विरोधी थे। बताया जाता है कि बीते चुनाव में मधुकोड़ा ने बड़कुवर का टिकट कटवाकर अपने खास भूषण पाठ पिगूवा को टिकट दिलाई ।इसी तरह जगन्नाथपुर से भी विपिन सुंडी, मंगल सुरेन को टिकट के बदले सुधीर सुंडी को टिकट दिलाया। हालांकि उस समय कोड़ा दंपति कांग्रेस में शामिल थे। लेकिन कहा जाता है कि कोडा दंपति का कोल्हान और झारखंड की राजनीति में सिक्का चलता है। भले ही कोड़ा दंपति किसी पार्टी में रहे लेकिन सभी पार्टियों में उनकी जबरदस्त सेटिंग है, यही कारण है कि कांग्रेस में रहते हुए उन्होंने अपने खास लोगो को मझगांव और जगन्नाथपुर से टिकट दिलाया। मझगांव से 2 बार विधायक रहे निरल पूर्ति को कड़ी टक्कर देने वाले पूर्व मंत्री बड़कुवर गहराई का टिकट कट गया ।
वर्तमान विधायक निरल पूर्ति और भाजपा नेता पूर्व मंत्री बडकुंवर गगराई के बीच ही मंझगाव में राजनीतिक लड़ाई रही है
मझगांव में वर्तमान विधायक निरल पूर्ति और भाजपा नेता पूर्व मंत्री बडकुंवर गगराई दोनो के बीच ही मंझगाव में राजनीतिक लड़ाई रही है। एक बार निरल पूर्ति तो दूसरी बार बड़कुवर गागराई चुनाव जीतते रहे हैं, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के कारण प्रत्याशी निरल पूर्ति लगातार दूसरी बार मझगांव से विधायक बने। देखना है कि इस बार मझगांव से भाजपा का टिकट किसको मिलता है जो निरल पूर्ति के चुनावी रथ हैट्रिक जीत को रोक सके या निरल पूर्ति इस बार भी इतिहास दोहराते हुए हैट्रिक जीत दर्ज करेंगे। वही चाईबासा विधानसभा से मंत्री दीपक विरुवा से दो बार टिकट लेकर चुनाव हार गए इस जेबी तुबिद जिनका पैतृक गांव मझगांव है उन्हें भी मझगांव विधानसभा से चुनाव लड़ने पर मंथन चल रहा है और बड़कुवर गगराई को चाईबासा विधानसभा सीट से अब देखना है की टिकट किसे मिलता है।
चाईबासा से राजीव सिंह की रिपोर्ट