JDU उपाध्यक्ष की पोती का अपहरण : बेटी की बरामदगी के लिए थाने पहुंचा परिवार, इंसाफ के बदले मिली प्रताड़ना, पुलिस की कार्यशैली पर खड़े हो रहे सवाल
BHAGALPUR :भागलपुर पुलिस की कार्यशैली पर एकबार फिर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। जी हां, जिला पुलिस के टालमटोल वाले रवैये से एक परिवार परेशान है और लगातार इंसाफ की गुहार लगा रहा है।
पुलिस की कार्यशैली पर खड़े हो रहे सवाल
ये पूरा मामला भागलपुर के तिलकामांझी थाना क्षेत्र का है, जहां 4 सितंबर को जीसी बनर्जी रोड मूंदीचक के रहने वाले दीपेश कुमार सिंह की पुत्री दिशा भारती का अपहरण शादी की नीयत से गुमटी नंबर 12 के रहने वाले मोहित कुमार दास ने कर लिया है।
इस घटना के बाद दिशा भारती के पिता दीपेश कुमार सिंह और मां प्रीति कुमारी ने गुमशुदगी का आवेदन देने के लिए जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार के कार्यालय पहुंचे, जहां वरीय पुलिस अधीक्षक ने पीड़ित माता-पिता को सिटी एसपी के पास आवेदन लेकर भेजा, जिसके बाद सिटी एसपी ने एक्शन में आते हुए तुरंत दीपेश को तिलकामांझी थाना भेज दिया, जहां पर दीपेश और उनकी पत्नी प्रीति कुमारी को छह घंटे तक थानाध्यक्ष द्वारा बैठाकर रखा गया।
इंसाफ के बदले मिली प्रताड़ना
उसके बाद भी तिलकामांझी थानेदार द्वारा आवेदन नहीं लिया गया। फिर दूसरे दिन तिलकामांझी थानेदार ने दीपेश को फोन कर थाने पर बुलाया और पहले दीपेश और दीपेश की पत्नी को प्रताड़ित किया और फिर आवेदन लिया। घटना के तीन दिन गुजर जाने के बाद भी तिलकामांझी थाना द्वारा अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे पीड़ित परिवार परेशान है।
बेटी की सकुशल वापसी के लिए गुहार लगा रहा पूरा परिवार
इस पूरे मामले पर दिशा भारती के दादा अनिल कुमार सिंह ने कहा कि मेरी पोती 4 सितंबर की सुबह से गायब है। इसके बाद से लगातार पोती की बरामदगी को लेकर थाने में गुहार लगा रहे हैं लेकिन अभी तक पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। इतना ही नहीं, अनिल सिंह ने यह भी कहा कि हमें मोहित के परिवार से काफी डर लग रहा है क्योंकि मोहित क्रिमिनल माइंड का है, कभी भी हमारे परिवार की हत्या करवा सकता है और हमारी पोती के साथ भी कुछ गलत करवा सकता है।
'सुशासन राज में JDU कार्यकर्ता का परिवार भी नहीं है सेफ'
अनिल सिंह ने हाथ जोड़कर भागलपुर पुलिस से प्रार्थना की है कि किसी तरह हमारी पोती को सकुशल हमारे घर पहुंचा दे। आपको बता दें कि अनिल सिंह नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के उपाध्यक्ष भी हैं। अनिल सिंह ने यह भी कहा कि जब वर्तमान सरकार अपने आप को सुशासन की सरकार कहती है और जब कार्यकर्ता का परिवार ही सुरक्षित नहीं है तो आम लोग सुरक्षित कहां से हो पाएंगे। इसके बाद दिशा के पिता दीपेश भी मीडिया से बात करते-करते रोने लगे।
दीपेश का कहना है कि उनकी दो बेटियां है। जिस तरह मोहित द्वारा मेरी बड़ी पुत्री दिशा का अपहरण कर लिया गया है, ठीक उसी तरह छोटी बेटी की भी किडनैपिंग करवा सकता है।