जमुई के गिद्धौर में नवजात की मौत पर हंगामा : परिजनों ने अस्पताल कर्मियों पर लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप
जमुई : बड़ी खबर बिहार के जमुई जिले से है जहां गिद्धौर प्रखंड अंतर्गत मौरा गांव से प्रसव के लिए आई महिला के नवजात शिशु की मौत हो गई. घटना के बाद परिजनों ने दिग्विजय सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र,गिद्धौर में इलाज में लापरवाही और प्रसव से पूर्व गर्भवती महिला को जबरन रोकने का आरोप लगाया है.
मृत बच्चे की नानी बेबी देवी ने बताया कि वह सुबह9:30बजे अपनी बेटी वर्षा कुमारी (24),पति सोनू रावत के साथ प्रसव के लिए अस्पताल पहुंची थी. डॉक्टर द्वारा जमुई सदर अस्पताल रेफर कर दिए जाने के बावजूद अस्पताल में मौजूद कुछ महिला कर्मियों ने जबरदस्ती उन्हें रोक लिया. खासकर सुनीता देवी नामक महिला ने जबरन रोक लिया और कहा कि दो घंटे में नॉर्मल डिलीवरी करा देंगे. जबकि दोनों महिला अस्पताल की कर्मी नहीं है.
वहीं अस्पताल प्रभारी डॉ. प्रदीप कुमार ने बताया कि सुनीता कुमारी अस्पताल में कोई कर्मी नहीं है. जबरन अस्पताल में प्रसव कराती है और पैसा की असूली करती है. पूर्व में भी इस मामले को जमुई डीएम को सूचना दी गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं इस महिला ने पूर्व में दो डॉक्टर पर रेप केस भी किया था. इसके आतंक से अस्पताल के लोग परेशान हैं.
रिश्तेदार संहिता देवी के अनुसार,अस्पताल में मौजूद महिला कर्मी सुनीता देवी,माया देवी और एक अन्य महिला ने रेफर के बावजूद मरीज को जमुई नहीं जाने दिया. उन्होंने यहीं प्रसव कराने का दबाव डाला.
प्रसव के दौरान शिशु की मौत हो गई,जिससे परिजन सदमे में हैं. उनका कहना है कि यदि समय पर रेफर के अनुसार जमुई सदर अस्पताल भेज दिया गया होता तो बच्चे की जान बचाई जा सकती थी. फिलहाल परिजन कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
जमुई से सदानंद कुमार की रिपोर्ट--