बिजली की आंख मिचौली जारी : पानी-बिजली के संकट से जनता में बढ़ रहा आक्रोश
बोकारो:-सूरज की तपिश से लोग किसी तरह तो बच रहे थे,लेकिन बिजली की आंख मिचौली से लोग परेशान हैं। लगातार हो रही बिजली कटौती से लोगों का जीना दूभर हो गया है। लोग यह समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर इसका निदान कैसे निकले। हालांकि अधीक्षण अभियंता की मानें तो डीवीसी में आई खराबी के कारण 10 से 12 घंटे बिजली कटौती की जा रही है।
बोकारो जिले में पिछले कई दिनों से बिजली की आंख मिचौली इस कदर है कि यह समझ में नहीं आता है कि बिजली आई कब और गई कब। जिस कारण व्यवसायियों को तो परेशानी हो ही रही है आम लोगों पर भी इसका असर पड़ रहा है। बिजली नहीं रहने के कारण घरों में पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है। घर के बच्चे परेशान हैं। समाजसेवी गोपाल मुरारका का कहना है कि जिले के अधिकारी और जनप्रतिनिधि बोकारो स्टील सिटी में रहते हैं बिजली पानी उन्हें बोकारो स्टील का मिलता है। इस कारण उन्हें आम लोगों का दुख दर्द समझ नहीं आता है। क्योंकि आज तक पुरानी व्यवस्था ही बिजली को लेकर बोकारो जिले में चल रहे हैं। जिस कारण नए व्यवसाय यहां करने लोग नहीं आ रहे है।
व्यवसाई विनीत भालोटिया का कहना है कि बिजली नहीं रहने से हम अपने कामों को लेकर प्लानिंग नहीं कर पाते है। बिना बिजली के मशीन भी नहीं चलते जिस कारण काम भी सही समय पर नहीं हो पाता है।
आम लोगों का कहना है कि बिजली नहीं रहने के कारण घर में लगे इनवर्टर भी एक घंटे में बंद हो जा रहे हैं। घर में छोटे-छोटे बच्चों को काफी परेशानी होती है। बिजली नहीं रहने से टंकी में पानी भी नहीं रहता है। जिस कारण काफी परेशानी है। झारखंड सरकार को बिहार से कुछ सीखना चाहिए। क्योंकि बिहार में बिजली कब जाती है लोगों को पता भी नहीं चलता है। लेकिन झारखंड में स्थिति इसके उलट है।
अधीक्षण अभियंता विद्युत आपूर्ति अंचल चास दीना नाथ साहू ने कहा कि यह समस्या विभाग से नही है डीवीसी के कोडरमा प्लांट में आई खराबी के कारण जय स्थिति उत्पन्न हुई है। हमें भी पता नहीं चल पाता है कि हमें डीवीसी से कितना बिजली मिल पाएगा ।जिस कारण बिजली लोगों को नहीं दी जा पा रही है। आपूर्ति और सप्लाई के बीच गैप होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। लोग परेशान है इससे इनकार नहीं किया जा सकता ।जल्द ही व्यवस्था में सुधार आएगा क्योंकि पूर्व में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं थी।