पुलिस-पब्लिक में झड़प : सुपौल में शराब छापेमारी के दौरान भारी बवाल, भड़के ग्रामीण, टॉर्च-मफलर और अन्य सामान छोड़कर भागी पुलिस

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Huge ruckus during liquor raid in Supaul Huge ruckus during liquor raid in Supaul

SUPAUL : सुपौल जिले के ललितग्राम थाना क्षेत्र के लक्ष्मीनिया वार्ड 9 के कालिकापुर आदिवासी टोला में डायल 112 की पुलिस-पब्लिक के बीच शराब छापेमारी के दौरान भारी बवाल होने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने पुलिस पर घर में घुसकर मारपीट और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि घटना से गुस्साए ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई, जिसमें दोनों पक्षों को चोटें आई हैं।

घर में घुसकर सामान तोड़ने और पिटाई का आरोप

कालिकापुर निवासी रामविलास उरांव की पत्नी गिरिजा देवी ने बताया कि बीती रात करीब 12 बजे पुलिस उनके घर पहुंची और दरवाजा पिटने लगी। जब उन्होंने दरवाजा खोलने में देर की तो पुलिसकर्मी जबरदस्ती दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गए। गिरिजा देवी के अनुसार पुलिस ने घर में रखा सामान उलट-पुलट दिया और उनसे दुर्व्यवहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि एक पुलिसकर्मी ने उनका बाल पकड़कर जमीन पर पटक दिया। इसी दौरान उनके 12 वर्षीय बेटे प्रमोद कुमार, जो पलंग पर सो रहा था, उसे भी घसीटकर नीचे फेंक दिया गया और बेरहमी से पीटा गया। प्रमोद घायल हो गया, जिसका इलाज नरपतगंज में चल रहा है।

पुलिसकर्मियों का सामान घटनास्थल पर छूट गए

पुलिस की इस कार्रवाई से गुस्साए ग्रामीण मौके पर जुट गए। ग्रामीणों ने लाठी-डंडों और बांस के फट्टों से पुलिस का विरोध किया। झड़प के दौरान कुछ पुलिसकर्मियों का सामान, जैसे लाठी, टॉर्च, मफलर और टोपी घटनास्थल पर छूट गए। सूत्रों के मुताबिक झड़प में दो पुलिसकर्मी भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

पुलिस पर कई गंभीर आरोप

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस हाइवे पर ट्रकों और पिकअप वाहनों से अवैध वसूली में लगी रहती है और गश्त के नाम पर सिर्फ औपचारिकता निभाती है। आदिवासी परिवार के घर पर हुई इस छापेमारी का कोई कानूनी आधार नहीं था क्योंकि उनके खिलाफ न तो कोई मामला दर्ज है और न ही कोई वारंट था।

पुलिस ने मारपीट और झड़प से किया इनकार

वहीं, इस मामले में ललितग्राम थानाध्यक्ष संजना कुमारी ने मारपीट और झड़प की घटना से इनकार किया। उन्होंने कहा कि पुलिस को डायल 112 पर शोर-शराबे की सूचना मिली थी, जिसके सत्यापन के लिए डायल 112 की पुलिस टीम गई थी। उन्होंने पुलिसकर्मियों के घायल होने और उनका सामान छूटने की बात भी खारिज की। त्रिवेणीगंज एसडीपीओ बिपिन कुमार ने कहा कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं है।