हूल दिवस आज : गिरिडीह के JMM ऑफिस में मना हूल दिवस, क्रांतिकारियों को किया गया नमन


गिरिडीह झामुमो कार्यालय में हुल दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू शरीक हुए,स्वतंत्रता सेनानी को याद किया और उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किया। इस मौके पर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने भारत की आजादी,अंग्रेजों की बर्बरता और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले हर हर क्रांतिकारी को नमन करते हुए कहा कि झारखंड के आदिवासियों ने अंग्रेजों के खिलाफ जिस दिन विद्रोह किया था उस दिन को हूल क्रांति का नाम दिया गया है और हूल क्रांति दिवस इसी का प्रतीक है.
सन 1855 में सिदो-कान्हू ,चांद-भैरव और फूलो-झानू के नेतृत्व में साहिबगंज जिले के भोगनाडीह गांव में पहली बार अंग्रेजों के खिलाफ संताल आदिवासियों ने एकजुट होकर अंग्रेजों के दमनकारी नीतियों का विरोध किया था.जिसमें हजारों लोगों ने अपनी शहादत दी.विधायक श्री सोनू ने कहा कि हमारी आपकी जवाबदेही हैआने वाली पीढ़ियों तक इन शहीदों की गाथा को हम पहुंचाए और उन बच्चों को बोध कराए की झारखंड की संस्कृति कितनी समृध्द थी अंग्रेजों के विरुद्ध अपने जीवन शैली में हस्तक्षेप के खिलाफ सिद्धू-कान्हो,चांद-भैरव,फूलो-झानू का ये संघर्ष हमेशा झारखंडीयों के साथ रहेगा।इस मौके पर दिलीप रजक,अभय सिंह,मोहम्मद जाकिर,राकेश रंजन,मोहम्मद अनवर,योगेंद्र सिंह,सचिन,मोहम्मद सरफुद्दीन, मोहम्मद इबरार,सैफ अली गुड्डू,बढ़न वर्मा,मोहम्मद असदुल्लाह सहित कई जेएमएम कार्यकर्ता मौजूद थे।