बंदूक की नोक पर किशोर के साथ सामूहिक कुकर्म : मेडिकल के लिए आरा से पटना तक भटक रहा पीड़ित, कहा : सारे कपड़े उतार दिए और फिर ...
BHOJPUR :भोजपुर जिले के चरपोखरी में गुरुवार को एक अप्राकृतिक यौन संबंधित मामला सामने आया है, जहां बंदूक की नोंक पर एक 17 साल के किशोर के साथ कथित तौर पर सामूहिक अप्राकृतिक यौनाचार की घटना को अंजाम दिया गया है, जिसके बाद परिजन द्वारा इस घटना की जानकारी चरपोखरी थाना पुलिस को दी गई है।
किशोर के साथ सामूहिक अप्राकृतिक यौनाचार
उसके बाद पुलिस किशोर को मेडिकल के लिए आरा सदर अस्पताल ले आयी, जहां चरपोखरी थाना की पुलिस को करीब चार घंटे इंतजार करना पड़ गया। स्वास्थ्य विभाग की मनमानी की वजह से अप्राकृतिक यौनाचार मामले में मेडिकल कराने पहुंची। पुलिस को पीड़ित का मेडिकल कराने के लिए दर-दर भटकना पड़ा।
दरअसल, चरपोखरी के एक गांव के रहने वाले किशोर के साथ गांव के ही लड़कों द्वारा कथित तौर पर सामूहिक अप्राकृतिक यौनाचार किया गया। पीड़ित के परिजन के मुताबिक जब उनका लड़का शौच करने के लिए जा रहा था, उसी दौरान गांव के ही एक लड़के नीरज द्वारा उसके साथ मारपीट की गई। उसके बाद नीरज ने कॉल करके अपने और तीन दोस्तों को बुलाया और फिर सभी ने पहले मारपीट कर सारे कपड़े उतार दिए।
फिर उसके बाद सामूहिक अप्राकृतिक यौनाचार की घटना को अंजाम दिया गया। उसके बाद नीरज द्वारा किसी को बताने पर बंदूक दिखाकर जान से मारने की धमकी भी दी गई। वहीं, परिजनों के सामने मामला सामने आने के बाद परिजनों ने इस घटना की सूचना चरपोखरी थाना की पुलिस को दी।
मेडिकल के लिए आरा से पटना तक भटक रहा पीड़ित
पुलिस केस होने के बाद पुलिस पीड़ित को मेडिकल के लिए आरा सदर अस्पताल ले आयी, जहां चरपोखरी थाना के एसआई उमेश राय को करीब चार घंटे इंतजार करना पड़ा। एसआई उमेश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि 17 साल के किशोर के साथ ग्रामीण द्वारा अप्राकृतिक यौनाचार किया गया है। उमेश कुमार ने बताया कि हम यहां शाम 5 बजे से है। इससे पहले बुधवार को भी मेडिकल के लिए आए थे तो मुझे पटना भेज दिया गया था।
एसआई ने बताया कि जब पीड़ित को लेकर पटना PMCH गया तो वहां से मुझे गर्दनीबाग सिविल सर्जन से मिलने के लिए भेज दिया गया। वहीं, गर्दनीबाग जाने पर मुझसे FIR के बारे में पूछा गया कि हुआ है या नहीं तो मैंने बोला हुआ है। उसके बाद मुझसे कहा गया कि आप भोजपुर सिविल सर्जन के पास जाइए। वहीं, जब गुरुवार को आरा सदर अस्पताल पहुंचा तो यहां भी करीब शाम 5 बजे से ही इंतजार कराया जा रहा है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की मनमानी रवैये से अप्राकृतिक यौनाचार पीड़ित को मेडिकल के लिए पिछले 24 घंटे से भटकना पड़ा।
(आरा से विवेक कुमार की रिपोर्ट)