अनाथ को मिला सहारा : पिता के बाद मां के निधन से पांच बच्चों पर टूटा दुखों का पहाड़,फ्रांस की रहनेवाली मम्मीजी ने गोद लेकर दिया सहारा
GAYA:माता-पिता के निधन के बाद अऩाथ हुए 5 मासूम बच्चों को सहारा मिल गया है.बोधगया की एक ट्रस्ट ने सभी बच्चों को गोद लेते हुए उनके परवरिश की जिम्मेवारी ली है.
दरअसल बिहार के गया जिले के बाराचट्टी प्रखंड के सरवां गांव निवासी सरिता देवी की मृत्यु गत दिनों हो गई थी।उनके पति का निधन 2 साल पहले ही हो गया था.दो साल के अंतराल में मात-पिता के निधिन की वजह से सरिता के 5 छोटे-छोटे बच्चे अनाथ हो गए थे.इसकी जानकारी बोधगया में रहकर गरीबों व वंचितो के उत्थान के लिए कार्य करने वाली फ्रांसीसी समाज सेविका डॉ. जेने पेरे उर्फ मम्मी जी को मिला।उसके बाद उन्हौने सभी बच्चों को गोद लेने का फैसला किया।उनके निर्देश के बाद संस्था के कर्मियों ने बच्चों के घर पहुंचकर आर्थिक मदद की और आगे सभी तरह की सुविधाएं मुहैया कराने का आश्वासन दिया है.संस्था के सदस्यों के इस तरह वहां पहुंचकर सहायता करने पर ये बच्चें काफी भावुक नजर आए.
मिली जानकारी के अनुसार बच्चों के पिता की मृत्यु 2 वर्ष पहले ही हो गई थी।वे जालंधर में मजदूरी का कार्य करते थे। इसके बाद सरिता देवी किसी तरह मजदूरी कर अपने पांचों बच्चों का लालन पोषण कर रही थी।लेकिन 3 दिन पूर्व रात्रि में वह खाना खाकर कमरे में सोई हुई थी और अहले सुबह उसकी मृत्यु हो गई थी।सरिता की मौत कैसे हुई ?यह किसी को नहीं पता।लेकिन मां की मौत के बाद बच्चे अनाथ हो गए थे।
इस संस्था की तरफ से गांव में पहुंचे प्रतिनिधि मुन्ना पासवान ने बताया कि बच्चों के माता-पिता के निधन के बाद में ये बच्चे अनाथ हो गए है। इनकी देखरेख करने वाला अब कोई नहीं है।इसकी जानकारी मिलते ही संस्था की संचालिका डॉ. जेनी पेरे ने हमें यहां भेजा है। हम बच्चों को गोद ले रहे हैं। आज से इन्हें सभी तरह की व्यवस्था संस्था द्वारा दी जाएगी। संस्थान द्वारा उक्त पांचों बच्चों के पढ़ाई, लिखाई सहित रहने की भी व्यवस्था की जाएगी। अंतिम संस्कार हेतु परिजनों को आर्थिक मदद भी दी गई है।
मौके पर उपस्थित सरवां पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि संजय कुमार दांगी ने बताया कि महिला के पति श्रवण चौधरी की मृत्यु गत वर्ष हो गई थी। अब सरिता देवी की मौत हो जाने से उसके पांचों बच्चे अनाथ हो गए है। उन्होंने बताया कि महिला की मृत्यु के बाद उसके आठ वर्षीय पुत्र शंकर कुमार, छह वर्षीय बच्ची चांदनी कुमारी, पांच वर्षीय बच्ची शिवानी कुमारी, तीन वर्षीय पुत्र श्याम कुमार तथा तीन वर्षीय बच्ची सुरुचि कुमारी अनाथ हो गए है।