मुजफ्फरपुर EYE हॉस्पिटल मामला : अब IGIMS में सरकारी खर्च पर होगा आंख पीड़ितों का इलाज, वार्ड तैयार
मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल मामले में अब तक 16 से ज्यादा मरीजों की आंखें निकालनी पड़ी है। वहीं अभी भी 25 मरीज की आंखें संक्रमित हैं। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के निर्देश पर IGIMS में मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल के उन मरीजों का इलाज किया जायेगा जिनकी आंखें ऑपरेशन के बाद खराब हो गई हैं।
IGIMS अस्पताल प्रशासन ने इसके लिए 20 बेड वाला एक अलग वार्ड बनाया है। हालाँकि खबर लिखे जाने तक मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल मामले के जुड़े मरीज IGIMS नहीं आए हैं। मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल मामले में सभी मरीजों का इलाज पटना के IGIMS में सरकारी खर्च पर किया जायेगा।
वहीँ आंख निकालने जाने को लेकर सिविल सर्जन ने ब्रह्मपुरा थाने में FIR दर्ज कराया है। इस FIR में हॉस्पिटल ट्रस्ट के सचिव दिलीप जालान और प्रबंधक दीपक कुमार के अलावा ऑपरेशन में शामिल 3 डॉक्टर समेत कई लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है।