बेरमों में लहरियाटांड़ के विस्थापितों का प्रदर्शन : गोविंदपुर परियोजना का किया चक्का जाम, वार्ता के बाद मानें, अब 15 दिनों तक करेंगे शांतिपूर्ण आंदोलन

Edited By:  |
Demonstration of the displaced people of Lahariyatand in the berms Demonstration of the displaced people of Lahariyatand in the berms

बेरमो में विस्थापित प्रमाणपत्र निर्गत करने सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर लहरियाटांड़ के विस्थापितों ने सीसीएल के गोविन्दपुर परियोजना का चक्का जाम आंदोलन शुरू किया.इस दौरान विस्थापितों ने सीसीएल के गोविंदपुर परियोजना से होने वाली कोयला और ओबी ट्रांस्पोटिग कार्य को बंद करवा दिया.वही ट्रांसपोर्टिंग कार्य ठप होने के बाद सीसीएल के गोविंदपुर परियोजना पदाधिकारी अरविंद कुमार तिवारी सहित अन्य अधिकारी आंदोलन स्थल पहुंचे. और विस्थापित प्रतिनिधियों से वार्ता किया.

वार्ता में परियोजना पदाधिकारी श्री तिवारी ने 15 दिनों के अंदर सभी विस्थापित को विस्थापित प्रमाण पत्र सीसीएल के द्वारा निर्गत कर देने का आश्वासन दिए. साथ ही गांव में अन्य बुनियादी सुविधा भी जल्द बहाल करने का आश्वासन दिया. आश्वासन मिलने के बाद विस्थापित ने चक्का जाम आंदोलन स्थगित कर दिया. हालांकि उसी स्थान पर 15 दिनों तक शांति पूर्ण धरना आंदोलन शुरू कर दिया.

आंदोलन में उपस्थित बेरमो प्रखण्ड उपप्रमुख बिनोद कुमार साहू सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि 1980 में हम लोगों की जमीन को सीसीएल गोविन्दपुर परियोजना के द्वारा अधिग्रहण किया गया था. जिसके बाद हम सभी भूमिहीन हो गए हैं.और अपने ही गांव में रिफ्यूजी की तरह जीवन बसर करने को मजबूर हैं. सीसीएल ने जमीन अधिग्रहण करने के बाद भी हम लोगो को पुनर्वासित नही किया. विस्थापन प्रमाण पत्र न मिलने से ग्रामीण सरकारी योजनाओं और सुविधाओं से भी वंचित हैं. विस्थापितों की प्रमुख मांगों में विस्थापन प्रमाण पत्र जारी करना, गांव के मुख्य सड़क का निर्माण और पानी की समस्या हल करना आदि शामिल है.