साइबर अपराध से बचाव को लेकर जागरूकता आवश्यक : बढ़ते साइबर क्राइम को लेकर साइबरपीस और एमिटी विश्वविद्यालय की ओर से ईस्टजोन वर्कशॉप का हुआ आयोजन
रांची : देश में बढ़ते साइबर क्राइम को लेकर साइबरपीस और एमिटी यूनिवर्सिटी की ओर से रांची में ईस्टजोन वर्कशॉप का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में एक्टिंग ब्रिटिश डिप्युटी हाई कमिश्नर पीटर कॉक, फर्स्ट सेक्रेटरी, साइबर पुलिस, ब्रिटिश हाई कमिशन मार्टिन स्टीवर्ट के अलावे आईपीएस एडीशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस आरके मलिक, सांसद संजय सेठ, एमिटी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रभाकर त्रिपाठी, चेम्बर अध्यक्ष किशोर मंत्री और एमिटी विश्वविद्यालय के छात्र शामिल हुए.
इस मौके पर सांसद संजय सेठ ने कहा कि आज बाहर में झरखण्ड को साइबर ठग के नाम से जाना जा रहा है. जामताड़ा साइबर फ्रॉड का अड्डा बन गया है. जामताड़ा के गांव में30करोड़40करोड़ के मकान बने हुए हैं. सब साइबर क्राइम से कमाए हुए हैं. जामताड़ा के साइबर फ्रॉड खेतों में बैठ कर साइबर ठगी को अंजाम देते हैं.
इसको लेकर थाना में भी एक्सपर्ट नहीं हैं. थाना प्रभारियों को भी ट्रेंड करने की जरूरत है.साइबर क्राइम का सबसे अधिक शिकार गृहणी होते हैं. जमीनी स्तर पर इस पर काम करने की जरूरतहै. वहीं आरके मलिक ने बताया कि इस तरह का वर्कशॉप साइबर क्राइम को खत्म करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा. हर वर्ग को इसके लिए जागरूक करना होगा.