CM ने खरसावां में शहीदों को दी श्रद्धांजलि : कहा-खरसावां शहीदों के परिजनों को मिलेगी नौकरी
सरायकेला : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने नये साल के पहले दिन बुधवार को सरायकेला पहुंचे. सीएम ने खरसावां शहीद स्थल पर पारंपरिक रीति रिवाज के साथ खरसावां गोलीकांड में हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 1 जनवरी 2025 को खरसावां शहीद स्थल पर कहा कि गुवा गोलीकांड के शहीदों के तर्ज पर खरसावां शहीदों को चिह्नित कर उनके परिजनों को नियुक्ति मिलेगी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद थी. उन्होंने कहा कि इस गोलीकांड को हुए आज 77 साल बीत गए. सरकार प्रयासरत है कि खरसावां गोली कांड में शहीद हुए लोगों के परिजनों को चिह्नित कर उन्हें सरकारी नौकरी मिले.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जब देश आजाद हुआ और लोग सपने देख रहे थे. तब यह गोली कांड हुई. तब लोग अपनी सजकता का परिचय देते हुए यहां पहुंचे थे. इस बात का गवाह है कि लोग तब भी अपने हक अधिकार के लिए कितने जागरूक थे. आदिवासी समाज हमेशा से जागरूक रहा है. झारखंड के लोग प्रकृति से जुड़े रहते हैं. अगर दुनिया झारखंडी लोगों के नक्शे कदम पर चलती है तो आज विश्व में कोरोना जैसी महामारी से लड़ सकते थे.
झारखंडियों ने अपने सम्मान बचाए रखना प्राणों की आहुति दी. उनके बदौलत आज हम बचे हुए हैं और उनके इस वीरगति को आगे बढ़ा रहे हैं, यह गर्व की बात है.
खरसावां शहीद बेदी पर श्रद्धांजलि देने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पत्नी कल्पना सोरेन के साथ शहीद स्थल पर का भ्रमण किया. इस दौरान जिले के उपयुक्त रवि शंकर शुक्ला को निर्देश दिया कि शहीद स्थल सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दें. हरे भरे पेड़ पौधे लगे ताकि स्थल पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ श्रद्धांजलि देने मंत्री दीपक बिरवा,मंत्री रामदास सोरेन,सांसद जोबा मांझी,विधायक सविता महतो,दशरथ गागराई,झामुमो नेता गणेश महाली,गणेश चौधरी,लक्ष्मण टुडू,मोहन कर्मकार आदि मौजूद थे.