मेरी सियासी हत्या की फ़िराक़ में कुछ शक्तियां : जनसैलाब से रू-ब-रू हुए चिराग पासवान, बोले-हाजीपुर के लोग सिर्फ मेरे
वैशाली : लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान बुधवार को अपने पिता रामविलास पासवान की कर्मभूमि हाजीपुर पहुंचे। इस दौरान इलाके की जनता ने चिराग का भव्य स्वागत किया। सड़क पर दोनों ओर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। वहीँ लोगों को सम्बोधित कर्त हुए उन्होंने कहा कि कुछ शक्तियां मेरी सियासी हत्या की फ़िराक़ में लगी हैं। लेकिन मैं डरूंगा नहीं जितनी ताकत आजमानी है आजमा लें, पिता के सपने को पूरा किये बगैर चैन से बैठूंगा नहीं।
दरअसल चिराग पासवान ने पिता रामविलास पासवान की 77वीं जयंती पर हाजीपुर के पासवान चौक पर स्थित आदमकद प्रतिमा पर अपनी मां रीना पासवान बहन समेत अन्य परिजनों के साथ माल्यार्पण किया है। इस दौरान चिराग़ पिता को याद कर अपने आंसुओं को भी गिरने से रोक नहीं पाए। इस दौरान मौके पर मौजूद जनसैलाब को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ शक्तियां एकजुट होकर मेरी राजनीतिक हत्या का प्रयास कर रही है। लेकिन मैं डरूंगा नहीं जितनी ताकत आजमानी है आजमा लें, पिता के सपने को पूरा किये बगैर चैन से बैठूंगा नहीं।
चिराग ने कहा की बिहार को विकसित किये बिना चैन से नहीं बैठूंगा अपने नेता व के अधूरे सपनों को पूरा करने से रोकने के लिए बड़ी शक्तियां एकजुट होकर मेरी राजनीतिक हत्या का प्रयास कर रही है चिराग को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन मैं डरूंगा नहीं जितनी ताकत आजमानी है आजमा लें। उन्होंने कहा कि बिहार और बिहारियों के लिए नेता के विचार अधूरे सपनों को पूरा करने और उनके सिद्धांतों के लिए मेहनत कर रहा हूं बिहार को विकसित राज्य बनने तक चैन से नहीं बैठूंगा। चिराग पासवान ने हाजीपुर लोक सभा सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया है उन्होने कहा की हाजीपुर मेरे पिताजी का सब कुछ रहा है पिता का वजूद का हिस्सा रहा है। हाजीपुर वैसे में हमारा तो दायित्व बनता है, मै हाजीपुर को छोड़ नही सकता हूँ।
वहीँ बातों बातों में उन्होंने एक वाकये का जिक्र कहा कि एक वीडियो पिता जी का सुबह में देखा था जिसमें मेरे पिता रामविलास पासवान जी कहते दिख रहे थे कि मैं भी चाहता हूं कि मेरा बेटा चिराग पासवान हाजीपुर से चुनाव लड़े। उन्होंने कहा कि घर का बेटा आगे बढ़ता है वैसे में कौन चाहता है घर का बेटा बाहर से चुनाव लड़े।