चतरा में TSPC नक्सलियों को बड़ा झटका : सुरक्षाबलों ने 3 नक्सल समर्थकों को दबोचा, सामान और पर्चा बरामद
चतरा : बड़ी खबरचतरा से जहां पुलिस ने प्रतिबंधित टीएसपीसी नक्सलियों के सबजोनल कमांडर हरेंद्र गंझू के तीन समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गये नक्सल समर्थकों के पास से सबजोनल कमांडर के दस्ते को आपूर्ति के लिए भेजा जा रहा सामान व नक्सल साहित्य भी जब्त किया गया है.
बताया जा रहा है कि प्रतिबंधित टीएसपीसी नक्सलियों को सुरक्षा बलों ने एक बार फिर बड़ा झटका दिया है. सबजोनल कमांडर हरेंद्र गंझू के तीन समर्थकों को पुलिस ने धर दबोचा है. साथ ही गिरफ्तार नक्सल समर्थकों के पास से सबजोनल कमांडर के दस्ते को आपूर्ति के लिये भेजा जा रहा सामान व नक्सल साहित्य भी बरामद किया गया है. गिरफ्तार नक्सली समर्थक नक्सली संगठन के लिए कुरियर का काम करते थे. इनके द्वारा ही जिले में संचालित विकास योजनाओं से जुड़े संवेदकों व कर्मियों का नक्सलियों को मोबाइल नंबर व अन्य जानकारी उपलब्ध कराते थे. इसके बाद हरेंद्र गंझू फोन पर धमकी देकर लेवी की मांग करता था.
मामले में डीएसपी मुख्यालय रोहित कुमार रजवार ने समाहरणालय कक्ष में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि गिरफ्तार नक्सल समर्थकों के पास से विभिन्न कंपनियों का 06 मोबाइल के अलावे नक्सलियों को आपूर्ति के लिये भेजा जा रहा 04 नक्सली पर्चा,चार जोड़ा जूता,दो ट्राउजर,एक गंजी व एक मंकी टोपी समेत अन्य नक्सली साहित्य बरामद किया गया है. उन्होंने बताया कि एसपी विकास पांडेय को गुप्त सूचना मिली थी कि टीएसपीसी सबजोनल कमांडर हरेंद्र गंझू के दस्ते को सामान आपूर्ति करने के लिए कुछ नक्सली इटखोरी थाना क्षेत्र के भुरकुंडा जंगल में भ्रमणशील हैं. सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एक टीम का गठन कर अभियान चलाने का निर्देश दिया गया था. अभियान के दौरान ही तीनों नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार नक्सली समर्थक मिथलेश दांगी राजपुर,लक्ष्मण कुमार दांगी ईटखोरी व सुरजीत मुंडा उर्फ बीडीओ हजारीबाग के चरही थाना क्षेत्र का रहने वाला है.
डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली समर्थक जिले के इटखोरी और हंटरगंज थाना क्षेत्र समेत विभिन्न इलाकों में संचालित विकास योजनाओं से जुड़े संवेदकों व कर्मियों का नक्सलियों को विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराते थे. इनके द्वारा उपलब्ध मोबाइल नंबर पर ही सबजोनल कमांडर हरेंद्र गंझू फोन पर ठेकेदारों व कर्मियों को धमकी देता था और लेवी की मांग करता था. अभियान में इटखोरी थाना प्रभारी सूर्य प्रताप सिंह व एएसआई दुखीराम महतो समेत सशस्त्र बल व गृह रक्षक के जवान शामिल थे.