बक्सर में लगा किसान मेला : DM ने किया उद्घाटन, विभिन्न स्टॉल बना आकर्षण का केंद्र
बक्सर : खबर है बक्सर से जहां दो दिवसीय किसान मेला का आयोजन किया गया है।14 से 15 अक्टूबर तक चलने वाले इस मेला में तमाम तरह के प्रदर्शनी लगाई गई है। वहीँ शुक्रवार को DM ने इस मेले का उद्घाटन कर दिया है। इस दौरान उन्होंने यहां लगे स्टाल का निरीक्षण भी किया। मेले में लगाए गए विभिन्न स्टॉल आकर्षण का केंद्र बना रहा।
जिले के ऐतिहासिक किला मैदान में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण, बक्सर के तत्वाधान में दो दिवसीय किसान मेला का आयोजन शुक्रवार को किया गया। जिसमें फल फूल सब्जी प्रदर्शनी एवं किसान समागम का कार्यक्रम रखा गया है। 14 से 15 अक्टूबर तक चलने वाले इस मेला में तमाम तरह के प्रदर्शनी लगाई गई है। इस किसान मेला का उद्घाटन बक्सर डीएम अमन समीर, डीडीसी महेंद्र पाल और कृषि पदाधिकारी ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान अधिकारियों ने मेले में लगाए गए स्टालों का भ्रमण किया और एक-एक कर सभी स्टालों की जानकारी हासिल की। इस मौके पर मेले में लगाए गए विभिन्न स्टॉल आकर्षण का केंद्र बने रहे, जहां किसानों की भीड़ भी काफी संख्या में देखने को मिली।
कृषि मेला में मौजूद प्रदर्शनी में कुछ ऐसे भी चीजें देखने को मिली जिसको पहली बार प्रदर्शनी में शामिल किया गया था। खासकर हल्दी पाउडर जो बक्सर निर्मित है, वही ब्लैक राइस इसके अलावा गुजराती सहजन, मूंगफली तथा बटन मशरूम के अलावे अमरूद की खास प्रजाति के अलावा केला, पपीता,लौकी अन्य सब्जियां प्रदर्शनी में देख लोगों का मन मोह रही थी। आप इन तस्वीरों को देखकर समझ सकते हैं कि एक से बढ़कर एक जैविक खाद युक्त स्थानीय प्रोडक्ट किसान मेले में मौजूद थे।
बता दें कि आत्मा और कृषि विभाग के द्वारा आयोजित मेला से किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले। किसान आधुनिक तकनीकी के जरिए न केवल अपने उत्पादों को बढ़ावा दे सके, बल्कि इससे अपना एक अच्छा रोजगार भी बना सके, इसको लेकर भी विभाग के तरफ से जानकारी देते हुए किसानों को जागरूक किया जा रहा है।
वही मेले का भ्रमण करने के दौरान लगे स्टालों का जायजा लेने के बाद जिलाधिकारी अमन समीर ने बताया कि मेले का उद्देश्य है कि मिले के जरिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा कैसे जागरूक किया जाए और स्थानीय प्रोडक्ट को लोगों के जहन में लाया जाए, खासकर स्थानीय हनी और सत्तू,ब्लैक राइस जैसे प्रोडक्ट को लेकर कैसे बढ़ावा दिया जाए, यह भी हमारी सोच रहती है। इसके अलावा किसानों को ज्यादा से ज्यादा कैसे आधुनिक तकनीकीयों के बारे में जानकारी हो और उससे उनको कैसे अपने प्रोडक्ट को और बेहतर उत्पादन करने का मौका मिले, यह बताना भी उद्देश्य रहता है। जिसको लेकर जागरूक करने का भी काम किया जा रहा है। ऑर्गेनिक खेती कैसे हो इसकी मार्केटिंग कैसे की जाए इसको लेकर भी हम लोग विचार कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने इसके अलावा और भी किसानों से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों की जानकारी दी।
किसान मेला में अपने उत्पादों को लेकर प्रदर्शनी लगाई गई थी जिसमें एक से बढ़कर एक फल और सब्जी के प्रकार देखने को मिले, जहां पवनी गांव के रहने वाले किसान राम सिंह ने अमरूद की एक ऐसी उन्नत फसल लगाई जिसका नाम इलाहाबादी एप्पल ग्वाबा के नाम से जाना जाता है। इसकी प्रजाति न केवल देखने में मनमोहक है। बल्कि इसका स्वाद भी लाजवाब है। खेती करने वाले किसान ने बताया कि अगर इसकी बड़े पैमाने पर खेती की जाए तो काफी मात्रा में उत्पादन होगा,जहां बड़ा रोजगार हो सकता है।