निराशा ने ले ली जान.. : इधर लंबी उम्र की कामना के लिए मां गई थी मंदिर..उधर एकलौते बेटे ने उठा लिया बड़ा कदम


ARRAH-:खबर बिहार के भोजपुर जिला से है..जहां मां बेटे की लंबी आयु और परीक्षा में सफलता की कामना को लेकर निर्जला एकादशी का व्रत रखते हुए मंदिर पूजा करने गयी थी..वहीं प्रतियोगिता परीक्षा में लगातार मिल रही असफलता से निराश बेटे ने खुद की जान ले ली..उसने बाथरूम में बंद होकर धारदार हथियार से अपना गला और कलाई रेत लिया...
यह घटना भोजपुर जिले के मृतक नवादा थाना क्षेत्र के पकड़ी मोहल्ला का है.इस मुहल्ले का एक युवक उत्तम कुमार के बचपन के समय ही पिता स्व प्रदीप कुमार गुप्ता का निधन हो गया था.इसके बाद मां के साथ वह अपने परिवार और कैरियर को लेकर लगातार संघर्ष कर रहा था..वह प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहा था पर उसे सफलता नहीं मिल पा रही थी.इससे वह मानसिक तनाव झेल रहा था.हालंकि उसकी मां हमेशा उसका उत्साह बढाते रहते थी और ईश्वर से भी कामना करते रहती थी.इस सिलसिले मे वह बुधवार को निर्जला एकदशी का कठिन उपवास रख मंदिर पूजा करने के लिए गयी थी ताकि उसके परिवार और बेटे की तकलीफ जल्द दूर हो सके..वहीं मां के मंदिर जाने के बाद घर में अकेला पाकर उत्तम ने बाथरूम का गेट बंद करके खुद की कलाई और गला पर धारदार हथियार से वार कर लिया...
जब उसकी मां पूजा कर वापस घर लौटी तो उन्होंने देखा कि बाथरूम के दरवाजे के नीचे से खून बह रहा है, जिसके बाद उन्होंने शोर मचाना शुरू किया।शोर की आवाज सुनकर परिवार के सभी सदस्य नीचे आए और बाथरूम का दरवाजा तोड़ा तो उन्होंने देखा कि उत्तम खून से लथपथ जख्मी हालत में जमीन पर गिरा पड़ा है। जिसके बाद परिजन द्वारा उसे आनन-फानन में आरा सदर अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके पश्चात परिजनों ने इसकी सूचना नवादा थाना पुलिस को दी गई.पुलिस शव को कब्जे में लेकर छानबीन में जुट गई है.
बताया जाता है कि मृतक अपने मां-बाप की एकलौता संतान था। मृतक के पिता प्रदीप कुमार गुप्ता की मृत्यु 20 वर्ष पूर्व हो गई थी। घटना के बाद मृतक के घर में हाहाकार मचा हुआ है। घटना के बाद मृतक की मां सुनीता देवी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है.