आशिक मिजाज BPSC टीचर संग हो गया खेला : ग्रामीणों ने करा दी पकड़ौआ शादी, मोटा दहेज़ लेने के फेर में था दूल्हा


जमुई : खबर है जमुई जिले से जहां आशिक मिजाजी के चक्कर में एक BPSC टीचर की ग्रामीणों ने पकड़ौआ शादी करा दी। देखते ही देखते यह खबर इलाके में आग की तरह फ़ैल गई। इस शादी का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर बड़ी तेजी वायरल हो रहा है। वहीं बताया जा रहा है कि शख्स और इस युवती की शादी दो वर्षों पूर्व तय हुई थी लेकिन जैसे ही लड़के ने BPSC एग्जाम क्लियर किया तब उसके हाव-भाव बदलने लगे।
पकड़ौआ ब्याह देखने उमड़ा जनसैलाब
मामला जमुई के गिद्धौर का बताया जा रहा है जहां ऐतिहासिक पंच शिव मंदिर के प्रांगण में एक बीपीएससी टीचर की शादी ग्रामीणों ने जबरन करा दी। लड़की पक्ष वालों ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से महीनो पूर्व से शादी की बात से इनकार कर रहे बीपीएससी से बहाल टीचर का पकड़ौआ विवाह संपन्न करवा दिया। इस विवाह को देखने के लिए गिद्धौर बाजार के सैंकड़ो लोगो की भीड़ मंदिर परिसर में जमा हो गई। जिसका वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल है।
शिक्षक बनते ही लड़के का बदला मूड
जानकारी मिल रही है कि जमुई जिले के चकाई प्रखंड के बामदह के वेलदारी गांव निवासी सत्यनारायण वर्मा के पुत्र मुकेश कुमार वर्मा की शादी चकाई प्रखंड अंतर्गत बामदह से ही सटे केंदुआडीह गांव निवासी पूर्णिमा कुमारी उर्फ सपना से हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दो वर्ष पूर्व तय हुई थी। दोनो एक दूसरे से बीते वर्ष 2015 से प्रेम भी करते थे। जिसके बाद दोनो के घर वालो ने इनकी शादी तय कर दी थी। शादी तय होने के बाद मुकेश और पूर्णिमा दोनो एक दूसरे से घंटो बाते करने लगे थे। दोनो ने एक साथ जीने मरने की कसमें खा ली। इस दौरान दोनो का चकाई बाजार और देवघर आना जाना सहित भेंट मुलाकात का सिलसिला जारी रहा। इसी बीच मुकेश ने बीते वर्ष शिक्षक बहाली के लिए बीपीएससी का एक्जाम क्लियर कर शिक्षक के पद पर चयनित हो गया। व ट्रेनिंग उपरांत गिद्धौर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बनझुलिया में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत था।
पूर्णिमा (दुल्हन) ने बताया कि शादी लगने के एक वर्ष तक मेरे और मुकेश के बीच में सब कुछ ठीक ठाक था। जब से मुकेश ने बीपीएससी का एग्जाम क्लियर कर शिक्षक के पद चयनित हुआ है तब से इसका रवैया मेरे प्रति बदल गया। मेरे साथ मुकेश का कई बार शारीरिक संबंध भी बना मुझे बार-बार सांत्वना देता रहा कि हम शादी तुम्हीं से करेंगे। लेकिन दहेज लेने के चक्कर में मुझसे दूर होना शुरू कर दिया। पिछले पांच महीनो से न मेरा फोन उठा रहा था न ही मुझसे कोई जान पहचान रखना चाह रहा था।जिससे मेरे घर वाले परेशान होने लगे।जबकि कई बार गांव में भी पंचायत बुलाई गई और मुकेश व उसके स्वजनो को बहुत समझाया गया था।ले किन मुकेश बात मानने को तैयार नहीं था। वह शादी तोड़ने की जिद पर अड़ा था।
दुल्हन ने आगे बताया कि बीते दिसंबर माह में भी मेरे द्वारा गिद्धौर थाने में मुकेश की शिकायत साक्ष्य सहित की गई थी। लेकिन किसी प्रकार की कोई मदद थाना पुलिस द्वारा मुझे नही किया गया। जिसके बाद मेरे द्वारा अपने घरवालों की मदद से गिद्धौर बाजार के दो नंबर रोड में किराए के मकान पर रहे मुकेश को निकला गया और एतिहासिक पंच शिव मंदिर में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार उससे शादी कर ली गई।