प्राइमरी टीचर का रिजल्ट जारी : बीपीएससी ने जारी किया कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट, 62,653 हुए पास

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 BPSC released the result of teacher recruitment examination for classes 1 to 5, 62,653 passed.  BPSC released the result of teacher recruitment examination for classes 1 to 5, 62,653 passed.

Desk: अभी-अभी, बिहार लोक सेवा आयोग ने 1 से 5 तक के शिक्षक अभ्यर्थी परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया । कुल 62 हजार 653 अभ्यर्थी पास हुए हैं।


कशिश न्यूज से खास बातचीत में बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने कहा कि परीक्षा से लेकर परीक्षाफल में पूरी पारदर्शिता का ध्यान रखा गया है.1 लाख 70 हज़ार पदों में 1 लाख 31 हज़ार की रिक्तिया भर सकते थे.प्राथमिक स्कूलों के लिए सबसे ज्यादा 72 हज़ार से अधिक सफल रहे.परीक्षा का स्तर काफ़ी अच्छा था. पार्शियल वेरिफिकेशन वाले अभ्यर्थियों का भी रिजल्ट आया है. डाउट ऑफ़ बेनिफिट अभ्यर्थियों को दिया गया है.कई अभ्यर्थी डाक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन के दौरान अनुपस्थित रहे. बाकी रिक्तियों का दूसरे फेज में भरने का निर्णय सरकार को लेना है.


बतातें चलें कि महागठबंधन की सरकार में जब शिक्षा विभाग आरजेडी कोटे में आयी ..उसके बाद शिक्षा विभाग ने शिक्षक नियुक्ति के लिए नई नियमावली बनाई और बीपीेएससी को भर्ती की जिम्मेवारी दी.बीपीएससी ने 1.70 लाख पदों के लिए विज्ञापन निकाला और 24 से 26 अगस्त को बिहार के अलग-अलग जिलों में परीक्षा ली. परीक्षा के 2 महीना पूरा होने से पहले ही बीपीएससी ने परीक्षाफल जारी कर दिया.चेयरमेन अतुल प्रसाद ने कहा कि रिजल्ट के साथ ही बीपीएससी ने सफल अभ्यर्थियों के लिए जिला का भी आवंटन कर दिया है.इसके लिए बीपीएससी के कर्मियों ने काफी मेहनत की है.

बीपीएससी चेयरमेन ने सभी रिजल्ट दुर्गापूजा से पहले जारी करने की बात कही है,पर प्राथमिक स्कूलों के लिए बी.एड डिग्रीधारियों का मामला सुप्रीम कोर्ट में है क्योंकि राजस्थान के मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 11 अगस्त को बी.एड डिग्रीधारियों को प्राथमिक शिक्षक के लिए अयोग्य करा दिया था.इसके बाद बी.एड डिग्रीधारियों ने सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दायर करके इस परीक्षा के रिजल्ट में शामिल करने का मौका देने की गुहार लगाई है,और इसके लिए तर्क दिया है कि बिहार लोक सेवा आयोग का विज्ञापन सुप्रीम कोर्ट के 11 अगस्त से पहले का है.इसलिए उनका हक बनता है और अभी भी बिहार समेत पूरे में बी.एड डिग्रीधारी प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक बने हुए हैं.


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