बोकारो में DGP अनुराग गुप्ता ने कहा : नक्सली पुलिस के समक्ष सरेंडर करें, नहीं तो मारे जाएंगे
बोकारो : झारखंड में राज्य के डीजीपी और आईजी अभियान के निर्देश पर नक्सलियों, स्प्लिंटर समूहों और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो रही है. बोकारो में सर्च अभियान के दौरान पुलिस की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में 2 नक्सली मारे गये. डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बोकारो में संवाददाताओं से कहा कि झारखंड में हमारे 500 से अधिक अधिकारी और जवान नक्सलियों के हमले में शहीद हुए हैं. आज दो नक्सलियों को मार गिराने के बाद हमने उनकी मौत का बदला लिया है.
डीजीपी अनुराग गुप्ता नक्सली मुठभेड़ में मारे गए एरिया कमांडर और उसके एक अन्य साथी की मौत के बाद बोकारो में अधिकारियों और जवानों का हौसला बढ़ाने और पत्रकारों से बात करने पहुंचे थे.
बोकारो जिले में आज15लाख का इनामी नक्सली रणविजय महतो की पत्नी एरिया कमांडर शांति देवी और उसके दस्ते के सदस्य मनोज टुडू को मार गिराया गया. पुलिस को यह अहम कामयाबी कल देर शाम इनामी नक्सली रणविजय महतो के पुलिस गिरफ्त में आने के बाद मिली है. मौके से एक एक-47और दो इंसास राइफल भी पुलिस ने बरामद किया है.
आईजी ऑपरेशन ने बताया कि बरामद एक-47गिरफ्तार नक्सली रणविजय का है जबकि इंसास राइफल दोनों मारे गए नक्सलियों की है. इस नक्सल ऑपरेशन में बोकारो पुलिस कोबरा बटालियन और सीआरपीएफ की टीम शामिल थी. इस ऑपरेशन को बोकारो के एसपी मनोज सर्वगियारी के द्वारा लीड किया जा रहा था. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने मारे गए दो नक्सलियों के साथ उनके हथियार और मौके से
कारतूस -7.62MMराउंड162 5.56MMराउंड 349
5.56 LMGमैगजीन -01
5.56इंसास मैगजीन -02
AK47मैगजीन -02
अन्य सामग्री बरामद किया है. आईजी ऑपरेशन अमोल विष्णु कांत होमकर ने बताया कि रणविजय के पकड़े जाने के बाद उससे पूछताछ में यह जानकारी मिली कि बड़ी घटना को अंजाम देने की प्लानिंग को लेकर उसकी पारस जोन की एरिया कमांडर पत्नी शांति देवी सेंट्रल जोनल कमेटी के सदस्य विवेक से मुलाकात करने जा रहे हैं. इसी को लेकर पुलिस ने सुबह घेराबंदी शुरू की और दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हुई जिसमें दो नक्सली मारे गए और उनके एक नक्सली को गोली लगने की सूचना है.
उन्होंने कहा कि पूरे इलाके में सर्च अभियान चल रहा है अब अगला टारगेट केंद्रीय कमेटी सदस्य एक करोड़ का इनामी विवेक है.
वहीं आईजी सीआरपीएफ साकेत कुमार सिंह ने कहा कि इस कामयाबी की मुख्य वजह आपसी समन्वय है. जो टारगेट डीजीपी ने नक्सली को खत्म करने के लिए31मार्च का दिया है. उसमें सभी लोग लगे हुए हैं.
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि झारखंड से 95% नक्सली खत्म हो चुका है. हमारा यह संदेश नक्सलियों को है. देश का सबसे अच्छा झारखंड का सरेंडर पॉलिसी है. इसका लाभ उठाएं और पुलिस के समक्ष समर्पण करें नहीं तो अपने अन्य साथियों के साथ वे भी मारे जाएंगे. वहीं डीजीपी ने पकड़े गए इनामी नक्सली के 15 लाख की रकम पूरी टीम को जल्द से जल्द देने की बात कही है.