पूर्णिया में बाढ़ की अनोखी तस्वीर : बच्चों का जुगाड़ वाला नाव, ऐसे नदी पार करने को हैं मजबूर
पूर्णिया के बायसी अनुमंडल में बारिश के मौसम में कई गांव के लोग जान जोखिम में डालकर घर से बाहर निकलते हैं । बायसी प्रखंड मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर बजड्डीह गांव के छोटे-छोटे बच्चे थर्माकोल का डेंगी नाव बनाकर नदी पार करते हैं और स्कूल व कोचिंग पढ़ने जाते हैं । यह सिर्फ इसी गांव की कहानी नहीं है। बायसी से अमौर जाने के रास्ते में ऐसे कई गांव मिलेंगे जहां लोग रस्सी बांधकर इसी थर्माकोल के डेंगी नाव के सहारे घर से स्टेट हाईवे तक पहुंचाते हैं। ऐसे में कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। तस्वीर में आप देख सकते हैं कि किस तरह छोटे से थर्मोकोल के नाव पर महिला और छोटे-छोटे बच्चे नदी पार कर रहे हैं।
खास बात यह की छोटे बच्चे बच्चियां इस नाव को चला रही है। जिससे कभी भी दुर्घटना हो सकती हैं। पूछने पर उन लोगों ने बताया कि स्टेट हाईवे के बगल में गांव होने के बावजूद उनके घर तक जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है। साल के छह माह तक यहां पानी भरा रहता है। ऐसे में घर से निकलने का एकमात्र साधन यही थर्मोकोल की छोटी नाव है। इसी से वे लोग स्कूल कोचिंग हाट बाजार जाते हैं । पहले एक बच्चा भी डूब कर हादसे का शिकार हो चुका है ।.लोगों ने कई बार जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से रास्ता की गुहार लगाई। लेकिन आज तक यहां सड़क नहीं बना। ऐसे में लोग जान जोखिम मैं डालकर डेंगी नाव के सहारे नदी पार करते हैं।