फिर चला केके पाठक का डंडा, लापरवाही पड़ी भारी : 58 शिक्षकों का वेतन बंद, 'नो वर्क नो पे' के तहत हुई कार्रवाई
DESK: बिहार शिक्षा विभाग एक बार फिर एक्शन मोड में नजर आ रहा है. शिक्षा अधिकारी, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश का सख्ती से पालन करने में लगे है. जिसे लेकर शिक्षा विभाग अब लापरवाह शिक्षकों पर नकेल कसने में लगी है.
लापरवाह शिक्षकों पर 'नो वर्क नो पे' के तहत कार्रवाई की जा रही है. जिसमें ऐसे शिक्षक शामिल है जो बिना सूचना के स्कूलों से गायब थे. अब ऐसे शिक्षको का वेतन बंद कर दिया गया है. मुजफ्फरपुर जिले के 15 प्रखंडों के 58 शिक्षकों के वेतन पर रोक लगा दी गई है. बताया जा रहा है कि बिना सूचना के अनुपस्थित रहने के कारण जिला अधिकारी अजय कुमार ने यह कार्रवाई की है. जिसको लेकर मंगलवार को ही डीईओ ने संबंधित शिक्षकों, डीडीओ और हेडमास्टर को निर्देश जारी किया है.
बता दे की 6 अक्टूबर से 4 नवंबर के दौरान कुल 58 शिक्षक बिना सूचना के स्कूल से अनुपस्थित थे. जिसमें ऐसे कई शिक्षक शामिल है जो लगातार 15 से 22 दिनों तक स्कूल से गायब थे. जिस पर कार्रवाई करते हुए डीईओ ने सभी शिक्षकों को तीन दिनों के अंदर साक्ष्य के साथ स्पष्टीकरण कार्यालय को देने का आदेश दिया है. साथ ही डीईओ के तरफ से कहा गया है कि तय सिमा के अंदर अगर स्पष्टीकरण नहीं दिया गया तो ऐसे शिक्षको के खिलाफ शिक्षा विभाग कार्रवाई करेंगी. इसके अलावा ऐसे शिक्षक जो निरीक्षण तिथि के दिन अनुपस्थित थे उनका निरीक्षण तिथि का वेतन 'नो वर्क नो पे' के तहत काट लिया जाएगा.