BIHAR NEWS : मुजफ्फरपुर को मिली हवाई उड़ान की सौगात, पताही एयरपोर्ट के निर्माण को मंजूरी

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पटना : बिहार के विकास सफर में एक और ऐतिहासिक अध्याय जुड़ गया है. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुजफ्फरपुर जिले को एक बड़ी सौगात दी है. लंबे समय से लंबित पताही एयरपोर्ट के टेंडर और निर्माण को आखिरकार मंजूरी दे दी गई है. इस ऐतिहासिक फैसले की पुष्टि बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म‘एक्स’पर की है. उन्होंने इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह निर्णय तिरहुत क्षेत्र के करोड़ों लोगों के सपनों को साकार करेगा.

तिरहुत क्षेत्र को मिलेगा हवाई संपर्क का तोहफा

उपमुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि, “मुजफ्फरपुर से उड़ान की खुशखबरी है. पूरे तिरहुत क्षेत्र के साथ बिहार में हवाई सेवा का एक और विकल्प तैयार हो गया है.”उन्होंने बताया कि मुजफ्फरपुर एयरपोर्ट के नवनिर्माण के लिए टेंडरिंग प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और यहां प्री-फैब्रिकेटेड स्टील स्ट्रक्चर से आधुनिक भवन तैयार किया जाएगा. इस परियोजना से न केवल तिरहुत क्षेत्र के लोगों के लिए यात्रा का नया मार्ग खुलेगा,बल्कि व्यापार,उद्योग और पर्यटन को भी नई दिशा मिलेगी.

जनता में उत्साह,विकास को नया आयाम

इस घोषणा के बाद मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों में खुशी की लहर है. अब क्षेत्र के लोगों को हवाई यात्रा के लिए पटना या अन्य शहरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. पताही एयरपोर्ट के चालू हो जाने से उत्तर बिहार के व्यावसायिक क्षेत्र और किसानों को सीधे राष्ट्रीय बाजार तक पहुंच मिल सकेगी. साथ ही शिक्षा,स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी.

केंद्र और राज्य सरकार के साझा प्रयासों का परिणाम

बिहार में बीते वर्षों में हवाई संपर्क को बढ़ाने के लिए कई नई पहलें की गई हैं. दरभंगा,गया और पटना के बाद अब मुजफ्फरपुर भी बिहार के हवाई नक्शे पर जुड़ने जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संयुक्त प्रयासों से राज्य में संतुलित क्षेत्रीय विकास की दिशा में यह कदम एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा.

उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि “यह निर्णय पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार की साझा कार्यशैली और बिहार के विकास के प्रति समर्पण का प्रतीक है. अब बिहार का आसमान और ऊंचा होगा, और तिरहुत की उड़ान नई ऊंचाइयों को छुएगी.”