BIHAR NEWS : अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस, 2025 के अवसर पर दो दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन

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पटना: अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस, 2025 के अवसर पर दिव्यांगजन सश्क्तिकरण निदेशालय, समाज कल्याण विभाग, बिहार, पटना द्वारा ज्ञान भवन परिसर, पटना में 2-3 दिसंबर, 2025 को दो दिवसीय राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन में किया जा रहा है. राज्यस्तरीय कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग अंतर्गत सभी निदेशालयों, कार्यालय राज्य आयुक्त निःशक्तता, सक्षम, बुनियाद केंद्र, एलिम्को, सीआरसी, दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय अंतर्गत पटना में संचालित सभी विशेष विद्यालयों, यूनीसेफ, विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों यथा उत्कर्ष सेवा संस्थान, कर्पूरी ठाकुर ग्रामीण विकास संस्थान, जीवन ज्योति एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी, आस्था चैरिटेबल एंड वेलफेयर सोसायटी, बधिर महिला फाउंडेशन ऑफ बिहार, दिव्यांग विकास मंड, आसादीप स्कूल, अविर्भाव, आशादीप रिहैबिलिटेशन सेंटर फॉर हैंडीकैप, उमंग बाल विकास आवासीय विकलांग प्रशिक्षण संस्थान ने सहभागिता की.

दो दिवसीय राज्यस्तरीय कार्यक्रम के पहले दिन मंगलवार को विभिन्न कार्यालयों के साथ-साथ दिव्यांगता प्रक्षेत्र में कार्यरत गैर-सरकारी संगठनों द्वारा कुल 24 स्टॉलों के माध्यम से दिव्यांगजनों द्वारा निर्मित सामग्रियों आदि का प्रदर्शन एवं बिक्री किया गया. इस क्रम में विभागीय स्टॉल के माध्यम से दिव्यांगजनों के लिए संचालित की जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं एवं सेवाओं की जानकारी देने के साथ-साथ इन योजनाओं के लाभ प्राप्त किए जाने के क्रम में कतिपय समस्याओं का भी निराकरण किया गया. कार्यक्रम के दौरान दिव्यांग बच्चों के लिए पेंटिंग, कैरम, लुडो, गायन आदि विधाओं में प्रतियोगिताओं का आय़ोजन किया गया, जिसमें लगभग 700 से अधिक दिव्‍यांग प्रतिभागियों ने भाग लिया. कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों द्वारा दिव्यांगता से संबंधित विषय य‍था- दिव्‍यांगजनों का समाज में समावेशन पर परिचर्चा आयोजित की गई. इसी क्रम में स्‍थानीय कलाकारों एवं दिव्‍यांग बच्‍चों द्वारा गायन एवं नृत्‍य की प्रस्‍तुति दी गयी.

ज्ञातव्य हो कि अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस का मुख्य उद्येश्य दिव्यांगता से जुड़े मुद्दों की समझ को बढ़ावा देने तथा दिव्यांग व्यक्तियों के सम्मान,अधिकारों और कल्याण के लिए समर्थन जुटाना है. इसके साथ-साथ यह दिवस समाज और विकास के हर स्तर पर दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा तथा राजनीतिक,सामाजिक,आर्थिक एवं सांस्कृतिक जीवन के सभी पहलुओं में उनकी स्थितियों के संबंध में जागरूकता बढाने के लिए मनाया जाता है. प्रत्येक वर्ष की भांति अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस, 2025का थीम सामाजिक प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए दिव्यांगता समावेशी समाजों के बढ़ावा देना (Fostering disability inclusive societies for advancing social progress)है. इस थीम से स्पष्ट है कि हमें दिव्यांगजनों के लिए एक समावेशी वातावरण के निर्माण हेतु संवेदनशीलता के साथ कार्य करने हेतु प्रयास करते रहना होगा.

बिहार सरकार राज्य के दिव्यांगजनों के कल्याण हेतु सतत प्रयत्नशील है तथा उन्हें सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने हेतु विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है. इसके साथ-साथ उनके अधिकारों की रक्षा हेतु विभिन्न संबंधित अधिनियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराया जा रहा है ताकि उनके लिए समानता और पहुंच के अवसर उपलब्ध हो सके. इस क्रम में दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय, समाज कल्याण विभाग दिव्यांगजनों के हितार्थ विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन कर उन्हें लाभ पहुंचा रहा है. इस कड़ी में दिव्यांगजनों का सर्वेक्षण एवं प्रमाणीकरण, निःशुल्क सहायक उपकरणों एवं कृत्रिम अंग का निःशुल्क वितरण के साथ-साथ मानसिक दिव्यांग बच्चों विशेष दिवाकालीन विद्यालय “चमन”, दृष्टिबाधित एवं मूक-बधिर बालक-बालिकाओं के लिए पटना, दरभंगा, भागलपुर एवं मुंगेर जिले में कुल आठ विशेष आवासीय विद्यालयों तथा मानसिक रूप से विक्षिप्त/रूग्ण महिलाओं एवं बालिकाओं के पुनर्वासन हेतु 03 आसरा गृहों का संचालन किया जा रहा है. राज्य सरकार द्वारा नवस्वीकृत योजना दिव्यांगजन सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के माध्यम से राज्य के पिछड़ा वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग एवं सामान्य वर्ग के 40 प्रतिशत या उससे अधिक दिव्यांगता वाले पुरूष दिव्यांग अभ्यर्थियों को भी अब बिहार लोक सेवा आयोग एवं संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा प्रतियोगिता परीक्षाओं के प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर मुख्य परीक्षा एवं साक्षात्कार तैयारी हेतु क्रमशः रू0 50,000/- (पचास हजार) एवं रू0 1,00,000/- (एक लाख) की प्रोत्साहन राशि प्रदान करने के निर्णय लिया गया है. इसी प्रकार राज्य के दिव्यांगजनों के बीच उद्यमिता/स्वरोजगार को बढावा देने हेतु ऋण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एक नई योजना के रूप में मुख्यमंत्री दिव्यांगजन उद्यमी योजना को स्वीकृति प्रदान की गयी है. उद्योग विभाग के माध्यम से क्रियान्वित की जाने वाली इस योजना के अंतर्गत उद्योग/व्यवसाय ईकाइयों की स्थापना हेतु प्रत्येक लाभुक को अधिकतम दस लाख रूपये ऋण (50:50 ऋण एवं अनुदान) प्रदान की जायेगी.

बिहार सरकार द्वारा दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016तथा बिहार दिव्यांगजन अधिकार नियमावली, 2017लागू की गई है. दिव्यांगजनों के हितों की रक्षा एवं दिव्यांगता से संबंधित कार्यों के अनुश्रवण के उद्देश्य से राज्य आयुक्त निःशक्तता कार्यालय की स्थापना की गई है. दिव्यांगजनों को सभी सरकारी नियोजन में4%आरक्षण के साथ-साथ आयु सीमा में10वर्षों की छूट प्रदान की गई है. इसी प्रकार सभी शैक्षणिक संस्थानों में भी दिव्यांग छात्र/छात्राओं के लिए5%सीट आरक्षित है. राज्याधीन सेवाओं में कार्यरत बेंचमार्क दिव्यांगजनों को प्रोन्नति में4%क्षैतिज आरक्षण अनुमान्य किया गया है.

ज्ञात हो कि राज्य के दिव्यांग खिलाड़ियों की टैलेंट की पहचान करने ताकि उन्हें भविष्य में प्रशिक्षण प्रदान करते हुए राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने के उद्देश्य से माह सितंबर में समाज कल्याण विभाग,बिहार राज्य खेल प्राधिकरण एवं बिहार पैरा स्पोर्टस एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में न राज्यव्यापी दिव्यांगजन खेल प्रतियोगिता, 2025का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता के अंतर्गत तीन अलग-अलग खेल विधाओं यथाPara Athletic (Track & Field), Para SwimmingएवंPara Badmintonके अलग-अलग विभिन्न श्रेणियों में प्रतियोगिताओं का आयोजन राज्य के14जिलों में किया गया जिसमें सभी38जिलों के कुल2618दिव्यांग खिलाडियों ने भाग लिया. जिला स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता के उपरांत दिव्यांग खिलाडियों के लिए राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था.

पटना से अंकिता की रिपोर्ट--