बिहार के बड़गांव में धूमधाम से मना छठ : व्रतियों ने तालाब में भगवान सूर्य को दिया अर्घ्य, जुटी भारी भीड़
NALANDA:वैसे तो लोग जानते हैं कार्तिक माह और चैत माह में छठ पूजा का आयोजन किया जाता है। मगर एक छठ पूजा और होता है जिसके बारे में बहुत कम ही लोग जानते हैं ।जिसे अगहनी छठ कहते है । बड़गांव धाम में रविवार को धूमधाम से अगहनी छठ पर्व मनाया गया है।
व्रतियों ने बड़गांव के सूर्य तालाब पहुंचकर भगवान सूर्य को अर्घ्य प्रदान किया। और इसके बाद मंदिर परिसर में जाकर पूजा अर्चना की। बड़गांव धाम के पुजारी ने बताया कि लोग कार्तिक और चैत माह होने वाले छठ के बारे में जानते हैं मगर अगहन माह में भी छठ मनाया जाता है ।यह छठ पूजा दो दिनों की होती है।
पुजारी बताते हैं कि यह पर्व प्राचीन काल से ही समरसता एवं सामाजिक सौहार्द का प्रतीक है। पांडवों के वनवास के समय ऋषि धौम्य के आदेश पर द्रोपदी ने विध्नों से छुटकारा पाने के लिए छठव्रत की थी। इस व्रत को सबसे पहले नाग कन्या ने अपने पति च्यवन के दु:खों के निवारण के लिए किया था। बड़गांव का छठ मेला सामाजिक सद्भाव का अद्भुत मिसाल है।
अगहनी छठ के पहले दिन व्रती लोहंडा करती है और दूसरे दिन भगवान सूर्य को अर्घ्य प्रदान कर छठ पर्व संपन्न करती हैं । व्रतियों और श्रद्धालुओं ने बताया कि यहां छठ करने से हर मुराद पूरी होती है। अगहन महीने में धान की नयी फसल के आ जाने से किसानों के साथ गरीब भी इस पर्व को करने में समर्थ होते हैं। सूर्य नगरी में चैत एवं कार्तिक माह में लाखों की संख्या में श्रद्धालु छठव्रत करने यहां आते है। अगहन और माघ माह के रविवार को भी यहां अर्घ्य दिया जाता है।
नालंदा से राजकुमार मिश्रा की रिपोर्ट ...