इंडो नेपाल बॉर्डर पर बड़ी कार्रवाई : नेपाल के बच्चों का भारत में मानव तस्करी, ऐसे षडयंत्र का हुआ पर्दाफाश
सुपौल के रानीगंज बीपीओ से सटे भारत-नेपाल बॉर्डर के पास एससबी जवानों ने बड़ी कार्रवाी की है. दो नाबालिग लड़की और एक नाबालिग लड़का को मानव तस्करों के चुंगल से मुक्त करवाया है. तीनों नाबालिग को नेपाल से राजस्थान भेजने की तैयारी थी. लेकिन सुपौल के रानीगंज बीओपी के पास भारत-नेपाल बॉर्डर पर तैनात 45वीं बटालियन के एसएसबी जवानों ने मानव तस्करों के मंसूबे पर पानी फेरते हुए बड़ी कामयाबी हासिल की है.
बताया जा रहा है कि एसएसबी ने कार्यवाही के बाद तीनों नाबालिग को भीमनगर थाना की पुलिस के हवाले कर दिया. इसके बाद भीमनगर की पुलिस दोनों नाबालिग लड़की को मेडिकल करवाने सदर अस्पताल सुपौल लेकर पहुंची. मेडिकल के बाद दोनों नाबालिग लड़की को कोर्ट ले जाया जाएगा. तीनों नाबालिग लड़की-लड़के सुपौल से सटे पड़ोसी देश नेपाल के कोसी प्रदेश के सप्तरी जिला के अलग-अलग गांव के रहने वाले बताए गए हैं.
वहीं, एसएसबी अधिकारी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार सभी नाबालिग को नेपाल से लाकर राजस्थान भेजने की तैयारी थी. लेकिन उन्हें बॉर्डर पर पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया गया. इधर, भीमनगर थाने के सब इंस्पेक्टर जयनन्दन ने बताया कि इंडो-नेपाल बॉर्डर पर दो नाबालिक लड़की और एक लड़का को एसएसबी जवानों ने पकड़ कर पुलिस को सौंपा था. फिलहाल नाबालिग लड़कियों की मेडिकल सदर अस्पताल में कराई जा रही है. उसके बाद कोर्ट में 164 का बयान कराया जाएगा. इसके बाद कोर्ट के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी.
सुपौल से विष्णु गुप्ता की रिपोर्ट