Bihar Crime : भोजपुर पुलिस ने राज्य स्तरीय साइबर ठग गिरोह का किया खुलासा, एक अपराधी गिरफ्तार

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Bhojpur police exposed state level cyber fraud gang, one criminal arrested Bhojpur police exposed state level cyber fraud gang, one criminal arrested

आरा:- भोजपुर पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। आधार कार्ड के धारक का फिंगर प्रिंट के माध्यम से आमलोगों के साथ साइबर ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को01मोबाईल के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया गया। भोजपुर जिले की साइबर थाना पुलिस ने अनाधिकृत सीएसपी सेवा केन्द्रों और प्रतिबंधित बायोमेट्रिक उपकरणों के सहारे आधार-आधारित बैंक खातों से अवैध निकासी करने वाले साइबर गिरोह का खुलासा किया है। टीम ने देवानंद कुमार को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि गिरोह के अन्य सदस्य फरार हैं और उनकी तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपित के बैंक खाते में पाई गई लगभग ढाई लाख रूपये की राशि को तलब कर जमा/फ्रीज़ कर दिया गया है।

पकड़ा गया आरोपित पूर्णिया जिले के जलालगढ़ थाना के लखनारे गांव का निवासी है।इसकी जानकारी साइबर डीएसपी स्नेह सेतु ने प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि यह गैंग जीविका-दिदियाें एवं महिलाओं को टारगेट करता था। नेटवर्क मध्य प्रदेश, यूपी व झारखंड से भी जुड़ा है

साइबर थाना,आरा को एक मामला11 अक्तूबर2025 को मिला जब शाहपुर निवासी संजय झा की पुत्री अंकिता कुमारी ने प्राथमिकी दर्ज कराई। शिकायत में अंकिता ने बताया कि मुख्यमंत्री बालिका योजना के तहत उसके खाते में पहुंचे50,000 रुपये में से अलग-अलग तिथियों पर बड़ी मात्रा में रकम गायब पाई गई। बैंक स्टेटमेंट ने अवैध निकासी के क्रम को पुष्ट किया प्राथमिकी के आधार पर डीएसपी स्नेह सेतु के नेतृत्व में विशेषज्ञों की टीम गठित की गई और वैज्ञानिक-प्रौद्योगिकीय जांच शुरू की गई। तकनीकी विश्लेषण में पाया गया कि खाताधारक के पैसे बार-बार किसी बाहरी खाते में ट्रांसफर किए जा रहे हैं कार्रवाई के बाद ट्रेस के माध्यम से अधिकांश धन पूर्णिया जिले के लखनारे गांव निवासी देवानंद कुमार के खाते में पहुंचा। जिसके बाद टीम ने छापेमारी कर उसे धर दबोचा। मोबाइल भी जब्त कर लिया गया।डीएसपी ने स्पष्ट किया कि नियमित और मान्यता प्राप्त बायोमेट्रिक उपकरणों/प्रोसेस का प्रयोग करना आवश्यक है और अनधिकृत मशीनों का उपयोग प्रतिबंधित है। पुलिस के मुताबिक, इस तरह के फ्रॉड से संबंधित अब तक उनके पास170 से अधिक शिकायतें आ चुकी थीं। अक्सर शिकार महिलाएं, जिनमें जीविका-दीदियां और लाभार्थी शामिल हैं, जिनके खाते से दस से बीस हजार रुपये की अवैध निकासी हो चुकी है। यह टिम पूरे बिहार के अलग-अलग जिलों में अवैध तरीकों से पैसे निकासी का काम करती थी उसे भोजपुर पुलिस ने इनके मंसूबों पर पानी फिर दिया है।

आरा से विवेक कुमार सिंह का रिपोर्ट