बाहा पर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बाहा पर्व मनाने पहुंचे अपने पैतृक गांव नेमरा
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बाहा पर्व मनाने अपने पैतृक गांव रामगढ़ जिले के नेमरा पहुंचे हुए हैं. इस पर्व की शुरुआत होली के दूसरे दिन से होती है. आदिवासी समाज में सदियों से यह पर्व मनाया जाता है.
प्रकृति की पूजा के लिए बाहा पर्व मनाया जाता है. बाहा का अर्थ फूल होता है. इसमें देवताओं के घर बना कर उनकी पूजा-अर्चना की जाती है. खासकर आम,महुआ के फूलों को चढ़ाया जाता है. उसके बाद गांव के लोग भोग ग्रहण करते हैं. फिर जब सभी लोग पूजा अर्चना कर गांव वापस लौटते हैं तो ग्रामीण पैर धोकर उनका स्वागत करते हैं. उसके बाद उत्सव के तहत एक-दूसरे पर पानी डालकर दो तीन दिन तक मानते हैं. इसमें रंगों की जगह सिर्फ पानी का प्रयोग होता है. तीन दिनों तक चलने वाले बाहा पर्व को लेकर लोगों में उमंग और उत्साह देखने को मिलता है.
और संध्या के समय नाच और गाना करके परब मनाया जाता है. इस पूजा में प्रकृति और मानव के साथ सीधा संबंध है. जो बताया जाता है.