21 साल के झारखंड में 'बाबा नगरी' हुई बमबम : AIIMS की मिली सौगात, AirPort से बस उड़ान का इंतजार

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'Baba Nagri' bombed in Jharkhand at the age of 21 AIIMS gifted, waiting for bus flight from AirPort 'Baba Nagri' bombed in Jharkhand at the age of 21 AIIMS gifted, waiting for bus flight from AirPort

DEOGHAR : झारखंड अब युवा अवस्था में पहुंच गई है झारखंड स्थापना के 21 वें वर्ष को धूमधाम से मनाने की तैयारियां चल रही है। बिहार से झारखंड अलग हुए 21 साल हो गए इस 21 साल में झारखंड में काफी तरक्की की है। अगर बात देवघर की कर लें तो आज देवघर संथाल परगना का सबसे समृद्ध शहर में से एक है। जहां रेल हवाई और सड़क मार्ग मैं काफी तरक्की हुई है।इसके अलावा देवघर को स्वास्थ्य परिवहन और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कई बड़ी सौगात मिली है।

देवघर का बाबा मंदिर की वजह से पूरे विश्व में जाना जाता है। लेकिन अब देवघर अन्य क्षेत्रों में भी अपनी पहचान बनाता जा रहा है। देवघर में विकास अब हकीकत में तब्दील होती जा रही है। देवघर के लिए विकास के सबसे बड़ी सौगात देवघर एम्स है। संथाल परगना जैसे पिछड़े क्षेत्रों के लिए या वरदान साबित हुआ है। अब मरीजों को बेहतर इलाज के लिए मुंबई दिल्ली और पटना जैसे बड़े शहरों का रुख नहीं करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर देवघर एयरपोर्ट भी लगभग बनकर तैयार है। बस उड़ाने भरना बाकी है। देवघर एयरपोर्ट के शुरू हो जाने से देश ही नहीं विदेशों के सैलानी भी देवघर पहुंच सकेंगे।

इसके अलावा रेल मार्ग की बात करें तो संथाल परगना को एक दर्जन से ज्यादा नई ट्रेनों की सौगात मिली है। इसके अलावा देवघर में पुनासी जलाशय योजना प्रसाद योजना के तहत शिवगंगा का सौंदर्यीकरण, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क, प्लास्टिक पार्क के साथ साथ हैं। कई योजनाएं मूर्त रूप ले रही हैं।

स्थानीय लोगों की माने तो पिछले 21 सालों में झारखंड के देवघर विकास के नए आयाम दे रहा है। लगातार पर्यटकों की संख्या भी बढ़ रही है पिछले 2 साल में कोविड-19 के कारण विकास थोड़ी बाधित जरूर हुई है लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि विकास और रफ्तार पकड़ लेगी।

जिला प्रशासन भी स्थापना दिवस को लेकर अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है।विभिन्न योजनाओं की शुरुआत स्थापना दिवस के दिन की जाएगी इसके अलावा देवघर नगर निगम की ओर से पछियारी कोठिया में कचरा प्रबंधन भी मील का पत्थर साबित हो रहा है। जिससे देवघर बाबा नगरी को स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी। कुल मिलाकर स्थापना दिवस के 21 सालों का आकलन करें तो संथाल परगना के सबसे समृद्ध शहर देवघर को कई बड़ी सौगात मिली है।


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