एथलीट अंजलि उरांव की मौत के बाद बवाल : खेलगांव के सैकड़ों जेएसएसपीएस के खिलाड़ियों ने सड़क पर उतर कर जमकर किया हंगामा
रांची : जेएसएसपीएस की प्रशिक्षु एथलीट अंजली उरांव की मौत के बाद बीती देर रात खेलगांव में रहने वाले सैकड़ों जेएसएसपीएस के खिलाड़ियों ने शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. खेलगांव परिसर में रह रहे झारखंड राज्य खेल प्रोत्साहन सोसाइटी (जेएसएसपीएस) के करीब सैकड़ों खिलाड़ी अचानक सड़क पर उतर गए और अंजलि उरांव की मौत का विरोध प्रदर्शन करने लगे.
प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों ने आरोप लगाया कि प्रबंधन के लापरवाही की वजह से अंजली की मौत हुई है. खेलगांव में रह रहे जेएसएसपीएस के कैडेट/खिलाड़ियों ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि एक तो लापरवाही की वजह से मौत हुई है. दूसरी तरफ हॉस्टल प्रबंधन की तरफ से यह आरोप लगाया जा रहा है कि मृतक लड़की गर्भवती थी.
जेएसएसपीएस के खिलाड़ियों ने राजधानी के बूटी मोड़,बरगांय चौक पर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद सभी आक्रोशित छात्र रिम्स परिसर में पहुंच गए.रिम्स परिसर के पुराने इमरजेंसी के पास करीब 2 घंटे तक सैकड़ों छात्रों ने कड़ा विरोध प्रदर्शन करते हुए यह मांग किया कि खिलाड़ी की मौत की न्यायिक जांच की जाए और मृतक खिलाड़ी पर जो आरोप लगाए गए हैं उसका प्रबंधन की ओर से पूरी तरह खंडन किया जाए.
देर रात तक स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस के जवानों ने आक्रोशित खिलाड़ियों को घंटों समझाया. लेकिन खिलाड़ी अपनी ज़िद पर अड़े हुए थे कि जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाता तब तक वह रिम्स परिसर से बाहर नहीं जाएंगे. लेकिन काफी देर तक प्रशासन के द्वारा समझाने के बाद आक्रोशित खिलाड़ियों को रिम्स परिसर से वापस हॉस्टल भेजा गया. कई खिलाड़ियों को वापस भेजने के दौरान पुलिस को हल्का बल का भी प्रयोग करना पड़ा.
घटना को लेकर सदर डीएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि अहले सुबह ही लोहरदगा की रहने वाली खिलाड़ी अंजली उरांव की मौत हो गई थी. उन्होंने बताया कि जैसे ही कैडेट्स/खिलाड़ी की तबीयत खराब होने लगी. वैसे ही प्रबंधन की तरफ से उसे सीसीएल अस्पताल भेजने का काम किया गया लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले जेएसएसपीएस की कैडेट अंजली उरांव की मौत हो गई.
कैडेट अंजली उरांव की मौत के बाद उसके परिजन को सूचित कर दिया गया और खिलाड़ी की डेड बॉडी को भी सौंप दिया गया है. मृतक खिलाड़ी के परिजनों के द्वारा अंतिम संस्कार भी करा दिया गया है.
डीएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि जब तक पूरी तरह से पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती और सारी जानकारी प्राप्त नहीं हो जाती तब तक जितने भी आरोप लगाए गए हैं उस पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता. वहीं उन्होंने आश्वस्त किया कि जो भी साथी खिलाड़ियों के द्वारा आरोप लगाया गया है उसको गंभीरता से जांच किया जा रहा है और सारे चीजों को परखा जा रहा है. यदि जरूरत पड़ी तो अन्य माध्यमों से भी जांच की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
गौरतलब है कि खेलगांव परिसर में सैकड़ों ऐसे प्रशिक्षु खिलाड़ी रहते हैं जो राज्य सरकार और सीसीएल के सहयोग से खेल का ट्रेनिंग लेते हैं.