अस्पताल बना रणक्षेत्र : बच्चे की मौत के बाद भारी बवाल, OPD सेवा बाधित मरीज परेशान

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नालंदा : खबर है नालंदा से जहां एक अस्पताल कैंपस सोमवार सुबह रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। अस्पताल में भर्ती मरीज के मौत के बाद परिजनों ने इमरजेंसी वार्ड के बाहर जमकर हंगामा किया है। परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। इस हंगामे के बीच OPD सेवा 3 घंटे तक बाधित रही जिससे अन्य मरीजो को परेशानी का सामना करना पड़ा।

मामला नालंदा के पावापुरी थाना क्षेत्र स्थित भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान अस्पताल का है जहां सायडीह गांव निवासी चिंटू कुमार 12 वर्षीय बच्चे गोल्डन कुमार की मौत इलाज के दौरान हो गई। जिसके बाद परिवार के लोगो इमरजेंसी वार्ड के बाहर हंगामा करने लगे। हंगामे को देख इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर वहां से उठकर चले गए। इस दौरान आक्रोशित भीड़ ने अस्पताल का मुख्य गेट बंद कर दिया। मृतक के दादा ज्ञान बहादुर प्रसाद ने बच्चे की मौत के लिए डाक्टर सहित कर्मियों को जिम्मेवार बताया।

मृतक बच्चे के दादा ने बताया कि कल शाम उनका बच्चा कल शाम गांव के ही बाहर साइकिल से गिर गया एवं उसकी कमर में चोट लग गई । जिसे इलाज के लिए पावापुरी मेडिकल कॉलेज लाया गया । देर रात जब बच्चे का शरीर ठंडा पड़ने लगा तो उन्होंने नर्सेज एवं अन्य स्टाफ को इस बारे में जानकारी दी । लेकिन बार-बार आग्रह करने के बाद भी कोई चिकित्सक उनके बच्चे को देखने नहीं आया बल्कि डांट कर उल्टा भगा दिया । सुबह बच्चे की मौत हो गई ।

उन्होंने बताया कि देर रात कोई भी सीनियर डॉक्टर उपस्थित नहीं था । इधर बच्चे के मृत होने की घटना के बाद ग्रामीण जमा हो गए एवं अस्पताल में हंगामा करने लगे। इधर अस्पताल कर्मियों ने बताया कि गुस्साई भीड़ ने अस्पताल अधीक्षक के चेंबर में घुसकर गाली गलौज किया । अधीक्षक के साथ बदसलूकी की घटना की जानकारी अस्पताल में कार्यरत इंटर्न चिकित्सकों को जैसे ही हुई वे उग्र हो गए । उसके बाद दोनों पक्षों में मारपीट तब्दील हो गई एवं अस्पताल कैंपस रण क्षेत्र में तब्दील हो गया । इस दौरान 3 घंटों से ओपीडी सेवा ठप रहने से मरीजों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा।


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