हो रही वाहवाही.. : कुंवारी डॉक्टर साहिबा ने गरीब बेटी का पिता बन शादी में किया कन्यादान..
BUXER:-यूं तो लगन के मौसम में हर शहर गांव और गांव में कई शादियां होते रहती है..पर बक्सर के इटाढ़ी में हुई सोनी की शादी की चर्चा हर तरफ हो रही है.. ब्लड कैंसर की वजह से सोनी के पिता की मौत हो गई थी..उनके जिंदा रहती ही गांव की एक ही कुंवारी डॉक्टर साहिबा ने उन्हें बेटी की शादी की चिंता नहीं करने का आश्वासन दी थी और जब शादी का मौका आया था..तो कुंवारी डॉक्टर साहिब न सिर्फ शादी का पूरा खर्च उठाई ,बल्कि पिता की तरह खुद ही सोनी का कन्यादान भी की.उसने शादी की तैयारी भी अपने परिवार के सदस्यों की तरह ही की थी.इस डॉक्टर साहिबा का नाम श्वेता पाठक है..जो डॉक्टरी के साथ ही सामाजिक कार्यों में विशेष दिलचस्पी रखती है और आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को फीस में रियायत भी देती हैं.
दरअसल सोनी के पिता स्व.गोरख सिंह ब्ल्ड कैंसर के मरीज थे.शुरूआती दिनों में उन्हौने डॉक्टर श्वेता पाठक से इलाज करवाया था,पर जब ब्लड कैंसर होने की जानकारी मिली तो श्वेता उनसे मिलने आयी थी.उस दौरान गोरख सिंह अपनी सबसे छोटी बेटी सोनी की शादी को लेकर चिंतित दिखे थे ..उसी दौरान श्वेता पाठक ने उन्हें आश्वासन दिया था कि बेटी की शादी की चिंता आप छोड़ दीजिए..इसकी पूरी जिम्मेवारी मेरी रहेगी.गोरख सिंह के निधन के बाद जब परिवार वालों ने सोनी की शादी की तैयारी शुरू की तो डॉक्टर श्वेता पाठक ने लड़का ढूंढकर धूमधाम से शादी की तैयारी करने को कहा..और जब शादी तय हो गयी तो पैसे खर्च करने के साथ ही वह पिता की जगह खुद से कन्यादान की रस्म भी निभाई..यही वजह है कि इस शादी की चर्चा हर जगह हो रही है और सोना कि परिवार के साथ ही गांव के लोग डॉक्टर साहिबा को बधाई देते हुए आभार जता रहे हैं.