RJD के घोषणा पत्र पर जेडीयू का पलटवार : 24 वचन झूठ का पुलिंदा, बोले पार्टी नेता - एक करोड़ नौकरी देने के बदले कितनी जमीन लेंगे तेजस्वी
Desk:जदयू के मीडिया पैनलिस्ट और महासचिव ओम प्रकाश सिंह सेतु ने परिवर्तन पत्र के नाम से जारी राजद के चुनावी घोषणा पत्र को झूठ का पुलिंदा बताया है। कहा है कि जनता को लालू प्रसाद और राजद के किसी भी वायदे पर अब भरोसा नहीं है। उन्होंने नेता विपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव को दोटूक कहा है कि जो24जनवचन उनकी पार्टी राजद ने मतदाताओं को अपने जाल में फंसाने के लिए जारी किया है,उसके सब्जबाग में लोग आने वाले नहीं है। हास्यास्पद है कि बिहार की महज23सीटों पर चुनाव लड़ने वाली पार्टी पूरे देश के लिए मैनिफेस्टो जारी कर रही है। क्या कांग्रेस इसे मानेगी?राजद लालू परिवार की पॉकेट पार्टी है और उसने सिर्फ इस परिवार का ही विकास किया है।
सेतु ने तेजस्वी यादव को सवालों के कटघरे में खड़ा करते हुए उनसे 24 वचन की जगह 24 सवालों का जवाब जनता की ओर से मांगा है। तेजस्वी लोगों को बताएं कि, डेढ दशक तक बिहार में उनके पिता लालू प्रसाद और माता राबड़ी देवी का राज रहा, उस समय बिहार की कानून -व्यवस्था की क्या स्थिति थी, उस दौरान कितने नरसंहार हुए, लोग शाम ढलते ही घरों से बाहर क्यों नहीं निकलते थे। सड़क और बिजली की क्या हालत थी? अभी वे युवाओं को एक करोड़ रोजगार का सपना दिखा रहे है, लालू-राबड़ी शासनकाल में कितने युवाओं को रोजगार मुहैया कराए गए।
यह भी बताएं कि काफी कम उम्र में तेजस्वी अरबों के मालिक कैसे बन गए। झोपड़ी से अचानक बाहर आकर लालू परिवार महलों, मॉल, अट्टालिकाओं और बड़े -बड़े भूखंडों का स्वामी कैसे बन गया। नीतीश सरकार में मंत्री रहते उनके विभागों में हुए भ्रष्टाचार और बहाली में अनियमितता की जांच चल रही है। इस पर तेजस्वी क्या कहेंगे? उनके पिता लालू प्रसाद कांग्रेस की अगुआई वाली केन्द्र सरकार में मंत्री रहते बिहार को विशेक दर्जा या स्पेशल पैकेज क्यों नहीं दिला पाए। जमीन लेकर नौकरी देने वाला परिवार आज फिर नौकरी के नाम पर गरीबों को झांसा दे रहा है।
एक करोड़ नौकरी देने के बदले कितनी जमीन लेंगे तेजस्वी - रंजीत
वहीं बिहार प्रदेश जनता दल यू के महासचिव रंजीत कुमार झा ने राजद के चुनावी घोषणा पत्र जारी होने के पश्चात एक बार फिर से लालू परिवार द्वारा किए गए जमीन घोटाले को लेकर उनको घेरा है।
उन्होंने कहा है कि राजद का यह घोषणा पत्र बिहार के लोगों के लिए झांसा देने वाला है। तेजस्वी यादव बिहार की जनता को ये स्पष्ट करें कि एक करोड़ नौकरी देने के बदले उनका परिवार बिहार की जनता से कितनी जमीन लेंगे।
रंजीत झा ने कहा कि जब भी इन लोगों को काम करने का मौका मिला तो इन्होंने सिर्फ माल बनाया। राजद ने घोषणा पत्र का नाम बदल कर परिवर्तन पत्र कर दिया है,इससे इन लोगों की मंशा में कोई परिवर्तन होने वाला नहीं। इनकी मंशा सिर्फ पैसा कमाना है।
तेजस्वी पर तंज कसते हुए जदयू महासचिव ने कहा कि इन्होंने एक करोड़ नौकरी देने की बात कही है तो इसके साथ इनको यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि इसके बदले में कितनी जमीन लेंगे?
रंजीत कुमार झा ने राजद के घोषणा पत्र पर तंज कसते हुए कहा कि राजद ने अपने घोषणा पत्र का नाम'परिवर्तन पत्र'देकर बिहार वासियों की आंख में धूल झोकने की कोशिश की है। राजद'कानून के राज'को परिवर्तित कर फिर से'जंगल राज'कायम करना चाहता है। ऐसा राज स्थापित करना चाहता है,जहां भ्रष्टाचार और लूट-खसोट कर अपनी तिजोरी भरी जा सके।
उन्होंने कहा कि राजद को अपने घोषणा पत्र का नाम 'झूठ पत्र' रखना चाहिए था, क्योंकि यह 'झूठ का पुलिंदा' है। घोषणा पत्र में सिर्फ सपने दिखाये गये हैं। उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में शून्य पर आउट होने वाले राजद के लिए यह घोषणा पत्र जारी करना हास्यास्पद है। चुनाव में घोषणा पत्र जारी करना कुछ फिसड्डी दलों के लिए औपचारिकता होती है। ऐसे दलों को घोषणा पत्र के बगल में 'औपचारिकता पत्र' भी लिख देना चाहिए, ताकि आम जनता भ्रमित न हो।