SSB ने सीमा पार करते चीनी नागरिक को किया गिरफ्तार
गिरफ्तार चाइनीज नागरिक के पास से भारत का आधार कार्ड एवं अन्य दस्तावेज बरामद
KISHANGANJ:-बिहार के किशनगंज जिले से सटे नेपाल की सीमा से एक चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है।भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 41 वीं वाहिनी के बीआईटी कर्मियों ने पानी टंकी के पास से गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार चीनी नागरिक का नाम लोबसंग नईमा (35) है। इसके पास से भारत का आधार कार्ड व वोटर कार्ड भी बरामद हुआ है। जबकि उसका जन्म तिब्बत में हुआ बताया जाता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त चीनी व्यक्ति अवैध रूप से पानी टंकी होकर भारत से नेपाल जाने के फिराक में था,लेकिन सीमा पर तैनात 41 वीं वाहिनी के बीआईटी कर्मियों ने धर दबोचा। उक्त व्यक्ति रात के अंधेरे में भारत से नेपाल जाने की कोशिश क्यों कर रहा था? वह भारत क्यों और किस लिए आया था इसकी जांच एसएसबी द्वारा की जा रही है। एसएसबी इन सबकी जांच पड़ताल में जुट गयी है। एसएसबी सूत्रों से कशिश न्यूज़ को मिली जानकारी के अनुसार उक्त चीनी व्यक्ति बीती देर शाम भारत से नेपाल की ओर जा रहा था और उसी दौरान संदेह होने पर उसे रोक कर पूछताछ की गयी,जिसमें वो संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। जिसके बाद एसएसबी ने उसे अपने हिरासत में ले लिया है।
एसएसबी की पूछताछ में उक्त चीनी युवक ने यह स्वीकार किया है कि वह चीनी नागरिक है।एसएसबी ने पूछताछ के बाद उक्त चीनी युवक को खोरीबाड़ी थाना को सुपुर्द कर दिया है।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भारत सरकार द्वारा चीनी नागरिकों के लिए वीजा जारी करने के नियमों में सख्ती के बाद से अब वहां के लोग नेपाल व बांग्लादेश का वीजा लेकर वहां के रास्ते अवैध तरीके से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे हैं।
चीनी नागरिकों को भारत के पड़ोसी देश नेपाल और बांग्लादेश का वीजा आसानी से मिल जाता है।वहां दाखिल होकर फिर चीनी नागरिक भारत से नेपाल और फिर नेपाल से भारत घुसपैठ करते हैं।
इसी तरह से अवैध तरीके से सीमा पार कर भारत में प्रवेश कर रहा है। एसएसबी द्वारा अब यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस तरह से कौन-कौन चीनी नागरिक भारत में दाखिल हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक बिजनेस के नाम पर चीनी नागरिक यहां दाखिल होकर भारत के खिलाफ जासूसी का काम कर रहे हैं और उनके द्वारा गोपनीय सूचनाएं इकट्ठा कर चीन को मुहैया कराया जा रहा है। चीनी नागरिक अपनी पहचान बदलकर फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर नेपाल या बांग्लादेश से पासपोर्ट भी बनवा ले रहे हैं और फिर वहां का निवासी बन कर और दलालों की मदद से सीमा पार कर भारत में दाखिल हो जाते हैं।सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर भारत का आधार कार्ड कैसे इन चीनी नागरिकों को उपलब्ध हो रहा है।जरूरत है गृह मंत्रालय और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को अविलंब इस पूरे मामले को हाथ में लेकर जांच किए जाने की ताकि इस पूरे साजिश का खुलासा हो सके।
किशनगंज से अब्दुल की रिपोर्ट