चुनावी टिकट के नाम पर वसूली मामले में बढ सकती है तेजस्वी और मदन मोहन झा की मुश्किलें
PATNA:-पैसे लेकर टिकट देने की शिकायत के बाद आरजेडी और कांग्रेस नेताओं की मुश्किल बढ सकती है।कोर्ट द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश के बाद एक तरफ पुलिस अलर्ट हुई है वही दूसरी ओर इस मामले पर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हुई है।
भाजपा नेता सह बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राजद में पैसे लेकर टिकट देने की परम्परा पुरानी है और तेजस्वी यादव उसी परम्परा को आगे बढा रहें हैं।पूरे मामले पर तेजस्वी यादव को मांफी मांगनी चाहिए।इसके साथ ही नितिन नवीन ने कहा कि पुलिस इस मामले की सही तरीके से जांच करेगी और दोषी पाये जाने पर कार्रवाई करेगी।
नितिन नवीन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और नीतीश कुमार की सरकार न किसी दोषी को बचाती है और न ही किसी निर्दोष को फंसाती है।इस मामले में भी पुलिस सही जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करेगी।
वहीं राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि किसी के आरोप लगा देने भर से कोई दोषी नहीं हो जाता है। विरोधियों की साजिश के तहत यह आरोप लगाया जा रहा है।राजद और तेजस्वी यादव ऐसे आरोप से घबराने वालें नहीं हैं।
गौरतलब है कि अधिवक्ता सह कांग्रेस नेता संजीव सिंह की शिकायत पर पटना के सीजेएम ने तेजस्वी यादव,मीसा भारती,मदन मोहन झा,स्वर्गीय सदानंद सिंह,सुभानंद और राजेश राठौर के खिलाफ कोतवाली थाना को प्राधमिकी दर्ज कर जांच का आदेश दिया है।कांग्रेस नेता संजीव सिंह ने शिकायत की है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट देने का आश्वासन देते हुए उनसे पांच करोड़ रुपए लिए गए थे।रकम लेने के बाद भी उन्हें पार्टी का चुनावी टिकट नहीं दिया गया था।
लोकसभा का टिकट नहीं मिलने की स्थिति में विधानसभा चुनाव में उन्हें और उनके भाई को टिकट देना का आश्वासन दिया गया था,पर दोनो लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया गया ।इसके बाद जब अपने पैसे की वापसी के लिए तेजस्वी यादव एवं मदन मोहन झा से बात की गयी तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गयी है।इसलिए उन्हौने कोर्ट की शरण ली है।