स्कूलों में हो रहा गबन ! : जब JDU के विधायक ने शिक्षा मंत्री विजय चौधरी को बताया 'शब्दों का जादूगर',जानें फिर क्या मिला जवाब..
PATNA:- बिहार की शिक्षा विभाग और सरकारी स्कूलों में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है..ये आरोप विपक्षी दल के साथ साथ सत्ताधारी जेडेयू और बीजेपी के विधायक लगा रहे हैं.कई विधायकों ने सार्वजनिक रूप से विधानसभा में सवाल पूछते हुए सरकार द्वारा की गयी व्यवस्था तो स्कूल के प्रधानाध्यपक द्वारा लागू नहीं किए जाने का आरोप लगाया और आरोपो का जवाब देने के लिए खड़े हुए शिक्षामंत्री विजय चौधरी को शब्दों का जादूगर बताया.
ध्यानाकर्षण सूचना के तहत Jdu विधायक सुनील कुमार ने सवाल उठाया जिसका जवाब जब शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने जवाब दिया तो विधायक सुनील कुमार ने उन्हें शब्दों का जादूगर कहा.उन्होंने विधानसभा में सवाल पूछा कि बिहार के राजकीयकृत उच्च विद्यालय मे विकास राशि खर्च का अधिकार प्रबंध समिति को है...लेकिन प्रिंसिपल आदेश आदेश नहीं मान रहे..शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने राज्यपाल के निर्देश के बावजूद स्कूल के प्रिंसिपल को 50 हजार से पांच लाख तक की राशि खर्च करने की अनुमति दें दी.. वो भी बिना प्रबंध समिति के अनुमति के राशि खर्च करने का अधिकार दें दिया.. जिसके कारण लूट की स्थति बन गई. विधायकों ने पूर्व के स्थिति को यथावत बनाए रखने की अपील की.केवल पांच हजार तक की राशि खर्च करने का अधिकार ही प्रिंसिपल को दिया जाए.
इस सवाल का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि 2022 के नियमावली मे ये जिक्र है. ढाई लाख की राशि की खर्च की सीमा को बढ़ाकर पांच लाख की गई है.राशि के गबन या दुरूपयोग को सरकार बर्दास्त नहीं करेंगी.प्रबंध समिति के अधिकार मे कोई कटौती नहीं की गई.पहले के नियम के मुताबिक प्रिंसिपल 50 हजार से 5 लाख तक की राशि खर्च कर प्रबंध समिति से अप्रूवल लेते थे.अगर राशि पांच लाख से ज्यादा है तो पहले अप्रूवल लेना जरुरी होता है.. अगर बिना अप्रूवल के राशि खर्च होता है तो कार्रवाई होगी...हर स्थिति मे प्रबंध समिति से अप्रूवल जरुरी है.