Bihar : IIM बोधगया के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए उपराष्ट्रपति, कहा : युवाओं को तलाश रही हैं कंपनियां, टेक्नोलॉजी में भारत ने चीन को छोड़ा पीछे
BODHGAYA :बोधगया में स्थित आईआईएम संस्थान में रविवार को एमबीए आठ बैंच के दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया । इस अवसर पर देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और संस्थान के अध्यक्ष उदय कोटक शामिल हुए।
इससे पहले गया एयरपोर्ट से वे सीधे महाबोधि मंदिर पहुंचे और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उन्होंने भगवान बुद्ध की विशेष प्रार्थना की। इस दौरान उनकी पत्नी भी साथ थी। साथ ही बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर भी मौजूद थे। इसके बाद उन्होंने महाबोधि मंदिर में ही बोधिवृक्ष के नीच ध्यान लगाया।
IIM बोधगया के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए उपराष्ट्रपति
इसके बाद वे सीधे IIM बोधगया पहुंचे, जहां उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत दीक्षांत समारोह की शुरुआत की। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने समारोह को संबोधित करते IIM बोधगया के विकास और बेहतर शिक्षा पर बोले। उन्होंने कहा की दुनिया भर में बिजनेस करने वाली कंपनियां युवाओं की तलाश रही हैं।
बोधगया में स्थित आईआईएम संस्थान में रविवार को एमबीए आठ बैंच के दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया । इस दौरान उन्होंने MBA 08 बैच के उत्कृष्ट विद्यार्थियों को मेडल और डिग्री प्रदान किया।
युवाओं को तलाश रही हैं कंपनियां
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया भर में बिजनेस करने वाली कंपनियां युवाओं की तलाश रही हैं। आज टेक्नोलॉजी की दुनिया में चीन को भी भारत ने पीछे छोड़ दिया है। भारत शिव शक्ति चंद्रमा पर अपना झंडा गाड़ दिया। भ्रष्टाचार की बात खूब हो रही है। अपने कैरियर और संघर्ष की बातें विद्यार्थियों को उपराष्टपति ने बतायी।
उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी से पूरा विश्व काम कर आगे बढ़ रहा हैं लेकिन भारत ने सबको पीछे कर दिया हैं। यहां स्वतंत्रता है। भारत की आबादी के लिए अर्थव्यवस्था पर सरकार काम कर रही है और विकास का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि 2048 तक भारत पूरी दुनिया में आर्थिक रूप से काफी मजबूत हो जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने बोधगया IIM के छात्रों को शुभकामनाएं भी दी।
वहीं, इस मौके पर IIM अध्यक्ष उदय कोटक ने कहा कि बिहार शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बेहतर रहा हैं। भारतीय प्रबंधन संस्थान का योगदान बिजनेस के क्षेत्र में काम कर रहा है। वहीं, संस्थान की प्रो. विनीता सहाय ने अपने संबोधन में कहा कि आज बच्चों को रोजगार बड़े पैमाने पर मिल रहा है। आज भारत की शान बन गया है IIM संस्थान।
आईआईएम बोधगया ने भारत के विभिन्न विश्व विद्यालय और अन्य संस्थानों के साथ बिजनेस समझौता पत्र बनाया है। उन्होंने कहा कि 2015 में आईआईएम बोधगया की स्थापना हुई हैं और लगातार 100% बेहतर चयन रोजगार के लिए किया जा रहा हैं। समारोह के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले छात्रों को मेडल और डिग्री प्रदान किया। गोल्ड मेडल प्राप्त करने वालों में दीपक शर्मा, सुजीत अनील, शुभम चक्रवर्ती, युवराज सिंह, पल्लवी भंडारी, आयुष कुमार समेत 266 छात्र छात्राएं शामिल हैं।