गिरिराज सिंह का बड़ा हमला. : बजरंग दल और बागेश्वर बाबा के मुद्दे पर राहुल गांधी और बिहार सरकार पर साधा निशाना..
Begusarai:-बजरंग दल को बैन करने और बागेश्वर बाबा का आडवाणी जैसा हर्ष करने के बयान पर केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री और बीजेपी के बेगूसराय सांसद गिरीराज सिंह ने कांग्रेस और बिहार सरकार के मंत्री पर जमकर हमला बोला है...
बेगूसराय में मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस द्वारा बजरंग दल को बैंड करने की घोषणा पत्र जारी करने पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस का यह तानाशाही रवैया है ..मेरा बस चले तो राहुल गांधी जैसे सोच को बैंड कर देंगे।
गिरिराज सिंह ने कहा कि देखिए कांग्रेस का अहंकार, कांग्रेस का तानाशाही प्रवृत्ति रही है पहले तो मान्यवर नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री बन कैसे गए यह पूरे गांधी परिवार को पच नहीं रहा है। एक छोटा सा गरीब घर का बेटा यह कैसे हो सकता है नेहरू-गांधी परिवार के रहते, यह अहंकार है। तानाशाही उनकी दादी जी ने की थी भारत के अंदर इमरजेंसी लगाया था इसी तानाशाही में। यह अहंकार छोड़ दे। बजरंग दल को अगर यह कह रहे हैं मेरी सरकार आएगी तो बजरंग दल पर बैंड लगाएंगे इनका हिम्मत है कि पीएफआई, मुसलमानों के ऊपर ऐसे सवाल खड़ा कर सकें। बजरंग दल क्या है बजरंग दल भारत के सांस्कृतिक धरोहर का एक तरह से पुरोधा रक्षक के रूप में खड़ा होता है जहां राहुल गांधी और कांग्रेस जैसे लोग मुसलमानों को संरक्षित करते हुए यह सवाल खड़ा करते हैं वह खड़ा होता है बजरंग दल। पर मैं कह रहा हूं अगर मेरा बस चले तो राहुल गांधी जैसी सोच को बैंड कर दें।
बिहार के शिक्षा मंत्री के द्वारा बागेश्वर महाराज का लाल कृष्ण आडवाणी जैसा हर्ष के बयान पर कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो गिरफ्तार कर ले। अगर सत्ता के नशा में ऐसा कदम सरकार उठाती है तो उसी में जलकर भस्म हो जाएगी.बागेश्वर महाराज जिनेंद्र शास्त्री के बिहार आगमन पर शिक्षा मंत्री के द्वारा दिए गए बयान पर गिरिराज सिंह ने कहा कि ज्यादा बहियात बात करना बंद करें बहुत हो गया जो हिंदू धर्म को गाली देने का काम वर्षों तक लोग करते रहे, लोग सहते रहा लोग बर्दाश्त करते रहे ।अब इस बिहार में नालंदा में जिस ढंग से करतूत किया गया जिस तरह से मुस्लिमों को संरक्षित किया गया जिस ढंग से सासाराम में मुसलमानों को संरक्षित करके हिंदुओं को तबाह किया गया उसी तरह से यह चाहते हैं गांधी मैदान केवल मुसलमानों के धार्मिक प्रचार के लिए धार्मिक सम्मेलन के लिए और जब हिंदुओं के धार्मिक धर्मगुरु आएंगे चाहे बागेश्वर महाराज जी हैं धीरेंद्र शास्त्री हैं इनमें हिम्मत है तो उन्हें गिरफ्तार कर ले अगर इनमें हिम्मत है तो पूरे बिहार के मंदिरों को तहस-नहस कर दें अगर सत्ता का नशा है सत्ता के नशा में ऐसा कदम उठाएंगे तो फिर उसी में जलकर भस्म हो जाएंगे