करंट से युवक की मौत : परिजनों ने किया चक्काजाम
गोपालगंज:-गोपालगंज से इस वक्त की बड़ी और दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां एक युवक की जान सिर्फ इसलिए चली गई क्योंकि सड़क किनारे लगाए गए एक खंभे में करंट था। घटना के बाद गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने एनएच-27 को घंटों तक जाम कर दिया। सड़क पर आगजनी की और जमकर हंगामा किया।
क्या है पूरा मामला
घटना गोपालगंज नगर थाना क्षेत्र के जादोपुर चौक के पास एनएच 27 की है, जहांNHAI द्वारा लगाए गए स्ट्रीट लाइट के खंभे में करंट दौड़ रहा था। उसी दौरान एक ई-रिक्शा चालक, जिसकी पहचान सोनू कुमार महतो के रूप में हुई है, सड़क पार कर रहा था, तभी वह उस खंभे की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई। सोनू कुमार महतो गोपालगंज के सरेया वार्ड नंबर 1 का रहने वाला था और रोज़ की तरह काम पर निकला था, लेकिनNHAI और निर्माण कंपनी की लापरवाही ने उसकी ज़िंदगी छीन ली।
घटना के तुरंत बाद आक्रोशित परिजनों और स्थानीय लोगों नेNH-27 को जाम कर दिया। टायर जलाकर सड़क पर आगजनी की गई। प्रदर्शनकारीNHAI और निर्माण एजेंसी पर सीधे तौर पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे। लोगों का कहना है कि निर्माण के दौरान सेफ्टी के नाम पर कुछ नहीं किया जा रहा है। "हम लोग इंसाफ चाहते हैं। जब तक जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं होती, तब तक हम पीछे नहीं हटेंगे।" सूचना मिलते ही सदर सीओ रजत वर्णवाल और नगर थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाने-बुझाने की कोशिश की। काफी मशक्कत के बाद प्रदर्शनकारियों को शांत किया गया।
अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद स्थिति काबू में आई और सड़क से जाम हटाया गया। सदर सीओ रजत वर्णवाल ने बताया कि "घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार उचित मुआवजा दिलाया जाएगा।" इस घटना ने एक बार फिर निर्माण एजेंसियों की लापरवाही और प्रशासनिक निगरानी की पोल खोल दी है। सवाल यह है कि आखिर क्यों बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के बिजली से जुड़े उपकरण आम जनता की जान पर खतरा बनते जा रहे हैं? तो गोपालगंज की ये घटना न सिर्फ एक सिस्टम की लापरवाही की कहानी है, बल्कि ये भी बताती है कि छोटी सी चूक कैसे एक ज़िंदगी छीन सकती है। देखना होगा कि क्या इस मामले में दोषियों पर कोई कार्रवाई होती है या एक और हादसा बस आंकड़ा बनकर रह जाएगा।
गोपालगंज से नमो नारायण की रिपोर्ट