सोने का तमगा जीत कर भी है आर्थिक तंगी का है शिकार : पैसे की कमी के चलते खा रहा दर दर की ठोकरें, जानें पूरा मामला

Edited By:  |
Reported By:
sone ka tamga jeet kar bhi aarthik tangi ka hai shikar sone ka tamga jeet kar bhi aarthik tangi ka hai shikar

बेगूसराय : सूबे में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है जरुरत हैं तो सिर्फ उसे तराशने की। हम बात कर रहे हैं बेगूसराय के एक होनहार नेशनल शूटर की जो इन दिनों सोने का तमगा जीत कर भी आर्थिक तंगी के बोझ तले दब गया है। हैरानी की बात तो यह है कि इस खिलाडी की मदद के लिए अब तक सामने तो कोई नहीं आया मिली भी तो सिर्फ सबकी आश्वासन....।

शहर के राइफल क्लब का सदस्य और सदर प्रखंड के इनियार गांव निवासी सुमन कुमार ने राइफल निशानेबाजी में राज्य से लेकर देश स्तर पर कई शूटिंग प्रतियोगिताओं में ना सिर्फ हिस्सा लिया बल्कि नेशनल खेलते हुए गोल्ड मेडल के साथ-साथ 30 मेडल अब तक जीत चुका है लेकिन अब कर्ज की वजह से आगे होने वाले आयोजनों में हिस्सा नहीं ले पा रहा है।

बताया जा रहा है कि सुमन कुमार महंगे खेलों में शामिल राइफल शूटिंग में ओलंपिक खेलने की चाहत लेकर खेल की शुरुआत की थी और बेगूसराय से लेकर देश स्तर पर कई शूटिंग में हिस्सा लिया इसको लेकर सुमन को करीब 5 लाख कर्ज हो गया। कर्ज़ लेकर सुमन ने अब तक 30 से अधिक मेडल अपने नाम करते हुए जिले की पहचान बनाई लेकिन अब कर्ज में डूबे होने के कारण सुमन अब खेलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।

बेगूसराय राइफल क्लब के सदस्य सुमन कुमार के सपनों को साकार करने में ना तो जिला प्रशासन का और ना सियासत का कोई सहयोग मिला है। बिना सहयोग के ही बेगूसराय राइफल क्लब के सदस्य इनियार गांव निवासी सुमन कुमार ने अहमदाबाद में 10 से 30 अक्टूबर 2021 में आयोजित ऑल इंडिया जीवी मावलंकर शूटिंग चैंपियनशिप में बेगूसराय राइफल संघ की ओर से बिहार का प्रतिनिधित्व करते हुए 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में गोल्ड मेडल जीता था लेकिन सुमन आर्थिक तंगी की वजह अक्टूबर 2022 में आसनसोल में आयोजित खेल में हिस्सा नहीं ले सका और आगे केरल में होने वाले खेल में भी हिस्सा लेना अब मुश्किल ही लग रहा है।

सुमन कुमार ने खास बातचीत में बताया कि उसे सरकारी मदद मिले तो ओलंपिक एवं अन्य अंतरराष्ट्रीय खेल में भारत को मेडल दिलाएंगे। सुमन के ग्रामीणों ने कहा कि एक होनहार खिलाड़ी है और अब तक कई मेडल जीत चुका है अगर इससे सरकारी मदद मिले तो यह ओलंपिक में जा सकता है। इस खिलाड़ी को जिला प्रशासन और सरकार आर्थिक मदद के साथ साथ खेल के आधुनिक रूप से ट्रेंड करने की ताकि देश का नाम रोशन कर सकें।


Copy