'शराब' पर नाचती डबल इंजन की सरकार ! : ‘शराब’ पर NDA गठबंधन में ही आर-पार, शराब पर नाचती डबल इंजन की ‘सरकार’ !


लाख दावों के बावजूद बिहार में जहरीली शराब से मौत लगातार है और शराब पर नाचती डबल इंजन की सरकार है। जिसकी बानगी है शराबबंदी पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का ये फेसबुक पोस्ट, जिसमें शराबबंदी पर सवाल उठाए हैं।
‘’नालंदा जिले में जहरीली शराब से 11 मौतें हो चुकी हैं। परसों मुझसे जहरीली शराब पर जदयू प्रवक्ता ने प्रश्न पूछा था। आज मेरा प्रश्न उस दल से है कि क्या इन 11 लोगों के पूरे परिवार को जेल भेजा जाएगा क्योंकि अगर कोई जाकर उनके यहां सांत्वना देता तो आपके लिए अपराध है। अगर शराबबंदी लागू करना है तो सबसे पहले नालंदा प्रशासन द्वारा गलत बयान देने वाले उस बड़े अफसर की गिरफ्तारी होनी चाहिए क्योंकि प्रशासन का काम जिला चलाना होता है ना कि जहरीली शराब से मृत व्यक्तियों को अजीबोगरीब बीमारी से मरने का कारण बताना। यह साफ बताता है कि प्रशासन स्वयं शराब माफिया से मिला हुआ है और उनकी करतूतों को छुपाने का काम कर रहा है। दूसरे अपराधी वहां के पुलिस वाले हैं जिन्होंने अपने इलाके में शराब की खुलेआम बिक्रि होने दी । 10 वर्ष का कारावास इन पुलिस कर्मियों को होना चाहिए, ना कि इन्हें 2 महीने के लिए सस्पेंड करके नया थाना देना जहां वह यह सब काम चालू रख सकें। ‘’
-संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, बिहार बीजेपी
जिस सरकार में बीजेपी सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी है, उसी सरकार के मुखिया नीतीश कुमार के प्रमुख एजेंडा शराबबंदी पर बीजेपी प्रदेश बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का ये तीखा सवाल है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के सवाल का जेडीयू की तरफ से उपेंद्र कुशवाहा ने तुरंत पलटवार भी किया। लेकिन बिना देरी किए सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता जीवेश मिश्रा ने फिर से उपेंद्र कुशवाहा पर वार किया।
वहीं जिस शराबबंदी को सीएम नीतीश सीने से लगाए बैठे हैं, उसी शराबबंदी पर लगातार सहयोगी बीजेपी और मांझी लगातार वार कर रहे हैं और कानून की समीक्षा के साथ-साथ कानून वापस लेने तक की मांग कर रहे हैं।
कभी ‘विशेष’ दर्जा के बहाने सियासी क्लेश, कभी जातीय जनगणना पर ज़ोर आजमाइश, कभी सम्राट अशोक के बहाने सियासी संग्राम और अब शराब के बहाने नाचता गठबंधन और नाचती डबल इंजन की सरकार। बिहार की जनता को इस कंपकंपाती ठंड में मानो सरकार चलाने वालों ने सुपरहिट नौटंकी दिखाने की ठान ली है, सो नौटंकी भी जारी है और शराब पर नाचती डबल इंजन की सरकार भी। हालांकि इसके पीछे की कहानी दरअसल कुछ और है।
जानकारों के मुताबिक बीजेपी और जेडीयू के बीच छिड़ी जंग का बड़ा कारण यूपी में जेडीयू को एक भी सीट नहीं मिलना है। जेडीयू मानकर चल रही थी कि यूपी चुनाव में जेडीयू को सीट मिलेगी लेकिन नहीं दी गई जिससे जेडीयू में बीजेपी के प्रति नाराजगी है। जानकार मानते हैं कि यूपी चुनाव में अगर बीजेपी की बड़ी जीत होती है तो बिहार की सियासत और गर्म होगी।