साहेबगंज के दियारा क्षेत्रों में बाढ़ का कहर जारी : बाढ़ पीड़ित राहत शिविर में रहने को मजबूर, राहत सामग्री का वितरण कार्य शुरु
साहेबगंज: जिला साहेबगंज और इसके आसपास के इलाके में गंगा में आई बाढ़ के तांडव से दियारा क्षेत्रों में लोग काफी परेशान हैं. बाढ़ के बीच पिछले कई घंटे से लगातार हुई बारिश ने बाढ़ प्रभावितों के जनजीवन को पूरी तरह से अस्त व्यस्त कर दिया है. बाढ़ प्रभावितों को राहत देने के मामले में जिला प्रशासन की शिथिलता अब जाकर खत्म हुई है.
प्रशासनिक स्तर पर बाढ़ प्रभावितों के बीच राहत सामग्री का वितरण कार्य शुरू कर दिया गया है. वहीं तेरा क्षेत्र में बाढ़ से घिरे दियारा के बाढ़ पीड़ितों को साहेबगंज मुख्यालय में राहत शिविरों में रखा गया है. इन शिविरों में रह रहे बाढ़पीड़ितों ने गंगा के गंदे पानी से भोजन बनाने व भर पेट खाना उपलब्ध नहीं करने की शिकायत जेएमएम नेता व साहेबगंज जिला परिषद उपाध्यक्ष सुनील यादव से की है. इसके बाद जिप उपाध्यक्ष ने तत्काल इसकी जानकारी दूरभाष पर साहेबगंज सदर अंचल अधिकारी को दी. इसके तुरंत बाद भोजन बनाने के लिए मिले जल को बदल दिया गया. साथ ही बाढ़ पीड़ितों को पेट भर खाना निश्चित रूप से देने की हिदायत जिले के प्रशासनिक अधिकारी द्वारा संबंधित संवेदक को दी गई.
बता दें कि बाढ़ पीड़ित एक ग्रामीण जिसका घर कटाव के कारण गंगा में समा गया है और वह अपने परिवार के साथ राहत शिविर में रह रहा है. अपनी व्यथा बताते-बताते फफक-फफक कर रोने लगे. इस अवसर पर जेएमएम नेता व जिला परिषद उपाध्यक्ष सुनील यादव ने कहा कि अपने दल बल के साथ पिछले कई दिनों से लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं. उनकी समस्या सुनकर इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दी जा रही है. वहीं उनके स्तर पर भी पीड़ित ग्रामीणों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है. इसी क्रम में शकुंतला सहायक गंगा घाट पर जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत शिविर में रह रहे ग्रामीणों ने गंदे पानी से खाना बनाने की शिकायत की है. इसके लिए उन्होंने अंचलाधिकारी को सूचित किया है और अब पानी को बदल दिया गया है और इन्हें हिदायत दी गई है कि राहत शिविर में रह रहे बाढ़पीड़ितों को स्वच्छ जल, स्वच्छ और पेट भर भोजन उपलब्ध कराया जाए.