पटना हाईकोर्ट की जूनियर महिला वकील से दुष्कर्म : पीड़िता ने सीनियर एडवोकेट और टाइपिस्ट पर लगाया गंभीर आरोप, FIR दर्ज
PATNA : बिहार की राजधानी पटना से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां पटना हाई कोर्ट की 24 वर्षीय जूनियर महिला वकील ने सीनियर एडवोकेट अमित गिरी और टाइपिस्ट अमित कुमार के खिलाफ दुष्कर्म और छेड़खानी का केस दर्ज कराया है। यह FIR शनिवार को श्रीकृष्णापुरी थाना में दर्ज की गई, जिसकी पुष्टि थाना प्रभारी पंकज कुमार ने की है।
'इंटर्नशिप के दौरान हुआ यौन शोषण'
महिला वकील ने अपनी शिकायत में बताया कि 2023 में उसने सीनियर एडवोकेट अमित गिरी के पास इंटर्नशिप शुरू की थी। इसी दौरान टाइपिस्ट अमित कुमार से भी उसकी जान-पहचान हुई। पीड़िता का आरोप है कि एक दिन वकील अमित गिरी ने उसे हाई कोर्ट चलने के बहाने मरीन ड्राइव ले गए और वहां जबरदस्ती की।
इसके बाद जब पीड़िता ने यह बात अपने माता-पिता और टाइपिस्ट अमित कुमार को बताई तो उन्होंने मामला दर्ज कराने से मना कर दिया। हालांकि, बाद में टाइपिस्ट ने सीनियर वकील का साथ छोड़ दिया और खुद पीड़िता को शादी का झांसा देकर शोषण करने लगा।
शादी का झांसा देकर किया शोषण
महिला वकील का आरोप है कि 2024 में टाइपिस्ट अमित कुमार ने पटना के राजापुर इलाके में किराए पर एक मकान लिया, जहां वह अक्सर जाती थी। इसी दौरान उसने शादी का झांसा देकर कई बार शारीरिक संबंध बनाए। इसके अलावा होटल में भी कई बार जबरन संबंध बनाने की बात सामने आई है।
ब्लैकमेलिंग और धमकी का आरोप
पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि जब आरोपी को सरकारी नौकरी मिल गई तो उसने दूरी बना ली और पैसे वापस मांगने पर धमकाने लगा। महिला वकील का कहना है कि अमित कुमार ने उसकी निजी तस्वीरें और वीडियो लीक करने की धमकी दी।
इतना ही नहीं, पीड़िता ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि अमित कुमार के पास उसके नाम से रजिस्टर एक सिम कार्ड है, जिसका वह गलत इस्तेमाल कर सकता है और उसे किसी झूठे केस में फंसा सकता है।
पुलिस ने शुरू की जांच
इस मामले में पहले जब पीड़िता ने श्रीकृष्णापुरी थाना में आवेदन दिया था तो पुलिस ने दस्तावेजों में कुछ त्रुटियों का हवाला देकर इसे लौटा दिया था लेकिन अब एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
क्या कहती है पुलिस?
थाना प्रभारी पंकज कुमार ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपियों से पूछताछ की जाएगी और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह मामला कानूनी पेशे से जुड़े लोगों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। अब देखना होगा कि जांच में क्या नए खुलासे होते हैं और पीड़िता को न्याय मिल पाता है या नहीं।